(इनकी सुनिए ) ‘लडकियों को हिजाब पहन कर अकेले ही पाठशाला तथा महाविद्यालय न भेजें !’

ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के मौलाना सज्जाद नोमानी का मुसलमान अभिभावकों को आवाहन !

(हिजाब अर्थात मुसलमान युवतियों का सर एवं गर्दन ढकने का वस्त्र )

(मौलाना अर्थात इस्लाम का जानकार)

मौलाना सज्जाद नोमानी

नई देहली – अपनी लडकियों को हिजाब पहनने पर भी पाठशाला तथा उच्चविद्यालय अकेले न भेजें । यह हराम (इस्लाम के अनुसार निषिद्ध) है । पवित्र रमजान के माह में जो लोग अपनी लडकियों को अकेले ही ट्यूशन ‍वर्ग में भेजते हैं, मैं उनका धिक्कार करता हूं । ईश्वर उन्हें नरक में भेजेगा । ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के मौलाना सज्जाद नोमानी ने ऐसा वक्तव्य दिया है । उनके इस वक्तव्य का वीडियो सामाजिक माध्यम से प्रसारित हो रहा है ।

मौलाना नोमानी आगे कहते हैं कि ये लडकियां पाठशाला में जाकर वर्ग में बैठती हैं अथवा अन्य कहीं जाती हैं, क्या उनके अभिभावकों को यह ज्ञात है ? अभिभावक अपनी लडकियों को अकेले पाठशाला तथा उच्च विद्यालय न जाने दें । उन्हें प्राचार्य से भेंट कर विनती करनी चाहिए कि उनकी लडकी उच्च विद्यालय में आकर कक्षा में बैठती है अथवा नहीं, इसकी जानकारी देनी चाहिए ।

इस्लामी बुद्धिजीवियों द्वारा आलोचना

इस्लामी बुद्धिजीवियों ने नोमानी के इस वक्तव्य की आलोचना की है । ‘इंडियन मुस्लिम फॉर सेक्युलर डेमोक्रेसी’ के समन्वयक जावेद आनंद ने कहा कि मुझे उनसे पूछना है,‘क्या कहीं ऐसा तो नहीं कि इस वक्तव्य से वे यह कहना चाहते हैं कि लडकियों को शिक्षा से दूर रखा जाए’, ?

संपादकीय भूमिका 

क्या महिला संगठन, महिला आयोग तथा निधर्मी राजनीतिक पार्टियों को यह स्वीकार है ? यदि नहीं, तो क्या वे इसका विरोध करेंगे ?