ब्रिटेन के कारागृह में कैदियों का इस्लाम में बलपूर्वक धर्मांतरण !

लंदन – ब्रिटेन के कारागृहो में कैदियों को उनके साथ रहनेवाले मुसलमान कैदियों द्वारा इस्लाम धर्म स्वीकारने की सक्ती की जा रही है । ब्रिटेन सरकार द्वारा नियुक्त श्रद्धा संबंधित विभाग के परामर्शदाता कौलिन ब्लूम ने प्रकाशित किए विवरण (रिपोर्ट) में कहा है कि गैरमुस्लिम कैदियों के बिछाैने पर कुरान रखी जाती और उन्हें इस्लाम स्वीकारने अथवा वेदना सहन करने का विकल्प दिया जाता है ।

१. ब्लूम के रिपोर्ट अनुसार, कारागृह में यदि कोई गैरमुसलमान कैदी देखा जाए, तो मुसलमानों का गुट उसे किसी भी प्रकार का संरक्षण नहीं देता । उस कैदी को मुसलमान गुट के हिंसा एवं धमकियों की बलि चढना पडता है ।

२. लंदन के कारागृहों में मुसलमान पुरुष कैदियों की संख्या लगभग ३० प्रतिशत है ।  (अल्पसंख्यक हैं, परंतु मुसलमान गुनहगारी में बहुसंख्यक होते हैं । भारत में भी यही परिस्थिति है ! – संपादक) इन कट्टरवादी मुसलमान कैदियों द्वारा अन्य कैदियों का बडी संख्या में इस्लाम में धर्मांतरण किया जाता है, ऐसा इस रिपोर्ट में कहा है ।

३. यह धर्म पऱ आधारित कट्टरवादी गुट से संबंधित सूत्र होने से तत्काल कार्रवाई करें, ऐसा कौलिन ने अपने विवरण में कहा है । किसी भी धर्म के कैदियों की तुलना में कारागृह में हिन्दू कैदियों की संख्या अल्प है; परंतु रोजगार क्षेत्र में वे सर्वाधिक हैं, ऐसा भी इस विवरण में कहा गया है । (हिन्दू व्यक्ति संस्कारित होता है । अधिकांश  हिन्दू विश्व में कहीं भी हो, तब भी उन में प्रेम, प्रामाणिकता यह हिन्दू धर्म के संस्कार अंकित हुए है, ऐसा दिखाई देता है ! – संपादक) 

४. इस विवरण में कैलिन ने ब्रिटेन में खालिस्तानी समर्थकों की बढती समस्याओं का सूत्र भी सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया है ।

संपादकीय भूमिका 

कारागृह को भी धर्मांतरण का अड्डा बनानेवाले कट्टरतावादी मुसलमान कैदी ! स्वयं को आधुनिक और धर्मनिरपेक्षतावादी कहलानेवाले ब्रिटेन में इस्लाम कैसे फल-फूल रहा है, यही दिखाई देता है !