मोरेना (मध्य प्रदेश) के सेंट मेरी पाठशाला में प्रधानाध्यापक के कक्ष में आपत्तिजनक सामग्री पाई गई  !

  • मद्य की १९ बोतलें, महिलाओं के अंतर्वस्त्र तथा ‘कंडोम’ के पाकिट नियंत्रण में !

  • पाठशाला को ताला लगाया गया !

  • प्रधानाध्यापक फादर डायनोसियस आर.बी. के टालमटोल करने वाले उत्तर !

प्रधानाध्यापक फादर डायनोसियस आर.बी. (बाएं) पुलिस और बाल सुरक्षा आयोग दल (दाएं )

भोपाल (मध्य प्रदेश) – राज्य के मोरेना में ‘सेंट मेरी’ नामक ईसाई पाठशाला के प्रधान अध्यापक फादर डायनोसियस आर.बी. तथा व्यवस्थापक के कक्ष से विदेशी दारू की १९ बोतलें, महिलाओं के अंतर्वस्त्र तथा ‘कंडोम’ के पाकिट नियंत्रण में लिए गए हैं । नगर की प्रसिद्ध पाठशालाओं में एक इस पाठशाला का जांच दौरा करने हेतु बाल सुरक्षा आयोग दल वहां पहुंचा था । इस समय ये आपत्तिजनक वस्तुएं हाथ लगीं । यह प्रकरण सामने आने पर जिलाधिकारी ने पाठशाला बंद करने का आदेश दिया है । पाठशाला को ताला लगा दिया गया है तथा इस प्रकरण में पुलिस ने अन्वेषण आरंभ कर दिया है ।

१. जांच के समय मध्य प्रदेश के बाल सुरक्षा आयोग की सदस्या निवेदिता शर्मा तथा जिला शिक्षाधिकारी ए.के. पाठक उपस्थित थे ।

२. कार्यवाही के उपरांत हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने पाठशाला के बाहर निषेध आंदोलन किया ।

३. इस प्रकरण में प्रधान आचार्य फादर डायनोसियस आर.बी. ने कहा कि पाठशाला में दारू की बोतलें किसी शिक्षक ने लाई होंगी । कंडोम के पाकिट कैसे आए, इस विषय में मुझे ज्ञात नहीं ।

पाठशाला की मान्यता रद्द करने हेतु ब्योरा प्रस्तुत करेंगे ! – बाल सुरक्षा आयोग

इस संदर्भ में प्रसारमाध्यमों से बोलते समय निवेदिता शर्मा ने कहा कि यद्यपि इस पाठशाला में चर्च भी हैं तथा पाठशाला के परिसर में सीसीटीवी लगाए  गए हैं, तब भी जिन कक्षों में दारू की बोतलें तथा आपतिजनक वस्तुएं पाई गई, वहां वे नहीं हैं । उसीप्रकार एक व्यक्ति को रहने के लिए ७ कक्षों की आवश्यकता कैसे होती है ? यहां १२ पलंग तथा रसोई घर भी है । यहां प्रधान अध्यापक तथा व्यवस्थापक का वास्तव्य है । इस प्रकरण में पाठशाला की मान्यता रद्द करने हेतु जिलाधिकारी को आयोग ब्योरा प्रस्तुत करेंगे ।

संपादकीय भूमिका 

हिन्दुओ, मिशनरी पाठशालाओं का यथार्थ स्वरूप जानें ! इससे पूर्व भी मिशनरी पाठशालाओं में अनुचित प्रकरण सामने आए हैं । ऐसी पाठशालाओं में विद्यार्थियों को किस प्रकार की शिक्षा दी जाती होगी, इसका विचार  न ही करें तो अच्छा !