(मजार अर्थात इस्लामी पीर अथवा फकीर की कब्र)
देहरादून (उत्तराखंड) – उत्तराखंड की धामी सरकार ने वन विभाग के परिसर में अवैध पद्धति से निर्माण की हुई २६ मजारें बुलडोजर द्वारा हटवा दी हैं । उत्तराखंड के लैंड जिहाद के संदर्भ में वनों में १ सहस्र ४०० से अधिक अवैध मजारें एवं अन्य प्रकार के अतिक्रमण किए गए थे । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह अवैध निर्माण हटाने के निर्देश दिए थे ।
Action against encroachment: 26 illegal mazars built on reserved forest land demolished by Uttarakhand govthttps://t.co/Y4C8AWZKzp
— OpIndia.com (@OpIndia_com) March 14, 2023
एक समाचार वाहिनी की दी जानकारी के अनुसार, मुसलमान समाज के कुछ लोग ‘लैंड मजार जिहाद’ के संदर्भ में उत्तराखंड के बरेवली वन में कार्यरत हैं । ये लोग वन में पत्थरों को चूना लगाकर पत्थर का ढेर बना देते हैं । उन पर श्वेत (सफेद) एवं नीली चादर डालकर आसपास के पेडों पर हरे ध्वज लगाते हैं । तदुपरांत अगरबत्ती प्रज्वलित कर व्यवसाय आरंभ करते हैं । धीरे-धीरे ये कब्रें बडा रूप धारण कर लेती हैं । वनविभाग ने वन में निर्माण की हुई हजरत रोशन शाह की कथित कब्र गिरा दी । वनविभाग के अधिकारियों ने कहा है कि आरक्षित वनक्षेत्र में अनेक अवैध मजारें बनाई गई हैं । देहरादून जिले में अवैध कब्रें हटाने का वनविभाग का यह तीसरा बडा अभियान था । दो माह पूर्व देहरादून वन विभाग ने २४ मजारें हटाई थीं ।
संपादकीय भूमिकायह अतिक्रमण करनेवाले एवं उसे करने देनेवालों पर भी कठोर कार्रवाई होनी चाहिए ! |