(ये कहते हैं !) ‘उडुपी में श्रीकृष्ण मठ को मुसलमान शासक ने भूमि दी थी !’ – कांग्रेस नेता मिथुन राय

कांग्रेस नेता मिथुन राय

मंगलुरु/उडुपी (कर्नाटक) – कांग्रेस नेता मिथुन राय ने राज्य के पुथिगे गांव में नूरानी मस्जिद के एक भवन का उद्घाटन करते हुए कहा है कि ‘एक मुसलमान शासक ने उडुपी के श्रीकृष्ण मठ को भूमि दान में दी थी।’ उनका चलचित्र सामाजिक माध्यमों पर तीव्रता से प्रसारित होने के उपरांत बीजेपी विधायक रघुपति भट, साथ ही पेजावर मठ के विश्वप्रसन्न तीर्थ स्वामी ने प्रतिक्रिया दी और राय के वक्तव्य का खंडन किया । मिथुन राय गत लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार काटिल से पराजित हो गए थे ।

संपादकीय भूमिका 

झूठे वक्तव्य देकर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले नेताओं को बंदी बना कर कारागृह में डालना चाहिए !

श्रीकृष्ण मठ को भूमि हिन्दू राजा, राम भोज ने दी थी, किसी मुसलमान ने नहीं ! – पेजावर स्वामी !

पेजावर मठ के विश्वप्रसन्न तीर्थ स्वामी

इस संदर्भ में पेजावर मठ के विश्वप्रसन्न तीर्थ स्वामी ने कहा कि श्रीकृष्ण मठ को भूमि राजा, राम भोज ने दी थी। किसी मुसलमान शासक ने मठ को भूमि नहीं दी । मिथुन राय द्वारा अयोग्य अर्थ लगाया गया है। इस प्रकार का तथ्यात्मक, निराधार वक्तव्य देना सर्वथा अनुचित है।

हिन्दू राजा ने श्रीकृष्ण मठ को भूमि अर्पित की ! – बीजेपी विधायक रघुपति भट

बीजेपी विधायक रघुपति भट

मुसलमान शासकों ने श्रीकृष्ण मठ या अनंतेश्वर मंदिर को कोई भूमि दी ही नहीं । उल्लेख है कि राजा, राम भोज ने अनंतेश्वर मंदिर को भूमि दी थी। उस भूमि का उपयोग श्रीकृष्ण मठ के लिए किया गया है। अनंतेश्वर मंदिर के उपरांत श्रीकृष्ण मठ का निर्माण किया गया है । ऐसा कहा जाता है कि वर्तमान जामिया मस्जिद भी जंगम के मठ परिसर में ही थी, बीजेपी विधायक रघुपति भट ने मिथुन राय को यह प्रत्युत्तर दिया है ।

(ये कहते हैं !) ‘धार्मिक सद्भाव के उद्देश्य से वक्तव्य दिया था!’- मिथुन राय

जब मिथुन राय की आलोचना होने लगी तो उन्होंने कहा कि मैंने वर्ष २०१७ में प्रकाशित एक दैनिक लेख के आधार पर वक्तव्य दिया था। (एक दैनिक में प्रकाशित, यह सब सच है, वे किस आधार पर निर्णय ले रहे हैं? एक दैनिक ने अन्वेषक पत्रकारिता की और राजीव गांधी पर बोफोर्स घोटाले का आरोप लगाया, कांग्रेस इसे स्वीकार क्यों नहीं करती? – संपादक) मेरा उद्देश्य धार्मिक सद्भाव बनाना था। इस प्रकरण में मैंने उडुपी मठ के पुजारी से चर्चा की है।

संपादकीय भूमिका 

धार्मिक समरसता के लिए क्या मिथुन राय बताएंगे कि काशी और मथुरा में हिन्दुओं की भूमि पर बनी मस्जिदों को हटाकर मुसलमान हिन्दुओं को भूमि देने के लिए क्यों नहीं तैयार किया जाता है? जो बात इस देश में मुसलमान आक्रमणकारियों ने कभी नहीं की, उसके संबंध में झूठ बोलकर कभी भी धार्मिक सद्भाव नहीं बनाया जा सकेगा !