नेपाल में मित्रपक्ष द्वारा समर्थन ‍वापस लेने से सरकार संकट में !

प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड

काठमांडू (नेपाल) – नेपाल में साधारण एक माह से पूर्व अनेक पक्षों को साथ लेकर प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड ने युति सरकार की स्थापना की थी; परंतु सत्ता में सम्मिलित राष्ट्रीय स्वतंत्र पक्ष द्वारा (आर्.एस्.पी.ने) समर्थन वापस लेने के कारण सरकार संकट में आ गई है ।

आर्.एस्.पी. पक्ष नेपाल में चौथा सबसे बडा पक्ष है तथा संसद में उसके २० सांसद हैं । पक्ष की बैठक में पक्षप्रमुख रवि लमिछाने ने सरकार का समर्थन वापस लेने की घोषणा की । दोहरी नागरिकता प्रकरण में सर्वोच्च न्यायालय ने लमिछाने को संसद के लिए अपात्र ठहराया था; परंतु उन्होंने पुन: नागरिकता प्राप्त की थी । कहा जा रहा है कि लमिछाने को गृहमंत्रीपद चाहिए था; परंतु प्रचंड ने वह न देने के कारण एस्.पी.ने समर्थन वापस ले लिया ।