अमेरिका द्वारा चीन का गुप्तचर ‘बलून’ नष्ट !

चीन ने किया अमेरिका का निषेध !

(‘बलून’ अर्थात बडे आकार का गुब्बारा)

वाशिंग्टन / बीजिंग – अमेरिका ने अपने देश में भेदक चीनी ‘बलून’ को नष्ट किया है । अमेरिका की वायुसीमा में यह बलून दिखने के उपरांत राष्ट्राध्यक्ष जो बाइडेन ने उसे नष्ट करने का आदेश दिया था । उसके अनुसार अमेरिका के वायुदल के ‘एफ-२ लडाकू विमान द्वारा क्षेपणास्त्र दागकऱ वह नष्ट किया । इसके लिए इस बलून को दक्षिण करोलिन के अटलांटिक महासागर तक ले जाया गया । वहां उस पर क्षेपणास्त्र दागा गया । इस घटना के कारण अमेरिका-चीन के राजनीतिक संबंधों में तनाव निर्माण होने की संभावना है । बलून नष्ट करने के दो दिन पहले चीन ने वह उसीका बलून होने का स्पष्ट किया था । तदुपरांत अमेरिका के विदेशमंत्री अंटनी ब्लिंकन ने चीन यात्रा रद कर दी थी ।

अमेरिका के बलून नष्ट करने के पश्चात चीन के विदेश खाते ने कहा है ‘हमे लगता था कि, अमेरिका ने शांति के मार्ग से यह प्रश्न का समाधान ढूंढना चाहिए था ।’, परंतु अमेरिका ने हमारे बलून को नष्ट किया । हम इस घटना का निषेध कर रहे हैं । अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है । चीन अपनी रक्षा करनेके लिए सज्ज है । हमारा बलून भूल से अमेरिका की सीमा में गया था । इस विषय में हमने अमेरिका के साथ कई बार चर्चा की है । यह एक दुर्घटना थी । हमारे बलून के कारण अमेरिका की सेना को कोई भी संकट नहीं था ।

क्या है भेदिया बलून ?

भेदिया ‘बलून’ गुप्त जानकारी ज्ञात करने के उपकरणों का एक प्रकार है । भेदिया कैमरा निर्धारित क्षेत्र के उपर तैरनेवाले गुब्बारे के नीचे लगाया जाता है । वायु के प्रवाह से यह गुब्बारा बहता जाता है । गुब्बारे से जोडे हुए उपकरणों में रडार का समावेश संभवित है एवं वह सौरऊर्जा पर कार्य करनेकी संभावना है । गुब्बारे के विषय में संदेह निर्माण होने की मात्रा अल्प होती है । बलून उपग्रहों की भांति निरंतर भेदियापन (जासूसी) नहीं करता; परंतु उसके माध्यम से जानकारी की पुनर्प्राप्ति करना सरल होता है । यह प्रक्षेपण उपग्रहों की तुलना में बहुत ही सस्ता है ।