गतिशील विकास एवं दूरदृष्टि से लिए गए निर्णय यही देश का परिचय है ! – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

संसद का अर्थ संकल्पीय सत्र प्रारंभ !

नई दिल्ली – देश में आधुनिक आधारभूत संरचना निर्माण प्रारंभ हो गया है। आज विकसित देश भी भारत के ‘डिजिटल संचार तंत्र ‘ (विकास के लिए आधुनिक सामाजिक माध्यमों का उपयोग) से प्रेरणा ले रहे हैं । देश को भ्रष्टाचार से मुक्ति मिल रही है । आज देश अपने गतिवान विकास एवं दूरदर्शी निर्णयों के लिए जाना जाता है । विश्व की दसवीं अर्थव्यवस्था से हम पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह आगामी २५ वर्षों में विकसित भारत बनाने के लिए आत्मविश्वास निर्माण करने की नींव है । संसद का अर्थ संकल्पिय सत्र ३१ जनवरी से प्रारंभ हुआ । वे उस अवसर पर बोल रही थीं । वह राष्ट्रपति मुर्मू का संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का  प्रथम अवसर है ।

राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा कि भगवान बसवेश्वर ने कहा था कि कर्म ही पूजा है और कर्म में शिव हैं । उनके दिखाए मार्ग के अनुसार ही सरकार राष्ट्र निर्माण में सक्रिय है । भारत में एक स्थिर, निडर एवं निर्णायक सरकार है । हम एक ऐसा आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं, जहां प्रत्येक व्यक्ति अपनी उत्तरदायित्व को निभाने में सक्षम हो, जहां कोई गरीबी न हो एवं एक समृद्ध मध्यम वर्ग हो । मुझे लगता है कि एक ऐसा भारत होना चाहिए जहां समय से दो कदम आगे रहने वाले युवा हों ।