गुप्तचरी का आरोप था !
तेहरान (इरान) – इरान ने अपने ही उप सुरक्षामंत्री अली रजा अकबरी (आयु ६१ वर्ष) को गुप्तचरी के अपराध में फांसी दी । अकबरी के पास इरान के साथ ही ब्रिटेन की भी नागरिकता थी । अकबरी को फांसी का दंड सुनाने पर विरोध भी हुआ था; परंतु तब भी इरान ने फांसी रद्द नहीं की । अकबरी पर भ्रष्टाचार तथा देश की आंतरिक एवं बाहर की सुरक्षा को क्षति पहुंचाने का आरोप था ।
#Iran executed #AliRezaAkbari, a dual Iranian-British national who once held a high-ranking position in the country’s defense ministry.https://t.co/E4DEYsW8H6
— IndiaToday (@IndiaToday) January 14, 2023
अकबरी की फांसी पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने दुःख व्यक्त किया है । उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह राक्षसी शासन द्वारा किया गया अमानुषिक तथा कायरता का कृत्य है । इस शासन को लोगों के मानवाधिकार के प्रति कोई सम्मान नहीं है ।
संपादकीय भूमिकास्वयं के उप सुरक्षामंत्री को गुप्तचरी के प्रकरण में फांसी देनेवाले इरान से भारत को सीखना आवश्यक ! |