पाकिस्तानी हिन्दू भी अब अपने संबंधियों की अस्थियां भारत की पवित्र गंगा में विसर्जित कर सकेंगे !

केंद्र सरकार द्वारा नीति में परिवर्तन

प्रतिकात्मक छायाचित्र

नई देहली – पाकिस्तान के हिन्दू भी अब भारत आकर अपने मृत संबंधियों की अस्थियां गंगा में विसर्जित कर सकेंगे । इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने ‘प्रायोजकत्व नीति’ में परिवर्तन किया है । इसलिए अब ४२६ मृत पाकिस्तानी हिन्दुओं की अस्थियां हरिद्वार की गंगा नदी में विसर्जित करने का मार्ग खुल गया है । मृत्यु से पूर्व इन सभी ने अपनी अस्थियां भारत की पवित्र गंगा नदी में विसर्जित करने की इच्छा प्रदर्शित की थी; परंतु प्रायोजकत्व की नीति के कारण उनकी इच्छा अपूर्ण रह गई थी । पूर्व की प्रायोजकत्व नीति के अनुसार ‘पाकिस्तान में रहनेवाले हिन्दू परिवार को भारत में रहनेवाले उनके संबंधियों द्वारा संबंधित हिन्दू परिवार को प्रायोजित (पाकिस्तानी हिन्दुओं को उनके पास के अस्थिकलश को भारत के उनके संबंधियों द्वारा गंगा नदी में विसर्जन करना) करना चाहिए’, ऐसी व्यवस्था थी । तत्पश्चात ही उसे विसा दिया जाता था । अब परिवर्तित नीति के अनुसार, ‘मृत हिन्दुओं के परिवारों को गंगा में अस्थियां विसर्जित करने हेतु १० दिनों का विसा दिया जाएगा ।’ अर्थात पुरानी नीति की शर्त का पालन नहीं करना पडेगा ।

मृत हिन्दुओं के अस्थिकलश अनेक वर्षाें से मंदिर में !

पाकिस्तान में ऐसे अनेक हिन्दू हैं, जो अपने परिजनों के अंतिम संस्कार करने के उपरांत अस्थिकलश अनेक वर्ष तक मंदिर अथवा श्मशानभूमि में संरक्षित रखते हैं । उन्हें आशा थी कि एक न एक दिन वे अपने मृत परिजनों की अस्थियां भारत की गंगा नदी में विसर्जित कर सकेंगे । मोदी सरकार के इस निर्णय से ऐसे लोगों की इच्छा पूर्ण होगी ।