नई देहली – रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ‘रेपो रेट’ में ०.३५ प्रतिशत की बढोतरी की है । इसलिए रेपो दर ५.९० प्रतिशत से ६.२५ प्रतिशत हो गया है । इस कारण अब गृह ऋण, वाहन ऋण, इसी के साथ व्यक्तिगत ऋण, ये सभी अब अधिक महंगे होंगे । इसके पूर्व सितंबर की बैठक में ब्याज दर ५.४० प्रतिशत से ५.९० प्रतिशत किया गया था ।
रेपो रेट के बढ़ने से आपके लोन की ईएमआई में इजाफा होने वाला है और आपके लिए लोन लेने महंगे हो जाएंगे-#RBIMonetaryPolicy #RBI #RepoRate #India https://t.co/MqFdMY7auF
— ABP News (@ABPNews) December 7, 2022
‘रेपो रेट’ (दर) अर्थात क्या?
जिस दर से बैंक रिजर्व बैंक से पैसे लेती है, उस दर को ‘रेपो रेट(दर)’ कहते हैं । रेपो दर बढा, अर्थात बैंक को रिजर्व बैंक द्वारा मिलने वाले ऋण दर में बढोतरी होना । रेपो दर अल्प होना, अर्थात बैंक को सस्ते में पैसे मिलना । इसका अर्थ यदि रिजर्व बैंक ने रेपो दर में बढोतरी की, तो सामान्य ऋण में भी बढोतरी होती है ।