सामान्य दुर्घटना करनेवाला हिन्दू था, इसिलए धर्मांध मुसलमानों की टोली द्वारा मारपीट !

बरेली (उत्तर प्रदेश) की घटना

मारपीट रोकने गए पुलिस की भी पिटाई की !

बरेली (उत्तर प्रदेश) – यहां माथे पर तिलक एवं कलाई पर धागा बांधे हुए हिन्दू को देखकर मुसलमानों की टोली ने एक सामान्य दुर्घटना को लेकर उसकी पिटाई की । लक्ष्मणपुरी-देहली राष्ट्रीय महामार्ग पर एक दोपहिया वाहन एवं साईकिल में सामान्य टक्कर हुई । इस कारण यह आक्रमण किया गया । इस प्रकरण में पुलिस ने २ लोगों को बंदी बनाया है ।

१. कांता प्रसाद वर्मा दो पहिए वाहन से जा रहे थे, तभी जीशान एवं जाकीर की साईकिल को उनसे हलकी सी टक्कर लगी । इसलिए वर्मा ने उन दोनों से क्षमायाचना भी की; परंतु उनके माथे पर तिलक, कलाई पर धागा एवं गले में देवता का लॉकेट देखकर मुसलमानों की टोली ने तुरंत उनको घेरकर उनकी पिटाई कर दी । वे चिल्ला रहे थे, ‘हिन्दू है, बेरहमी से पीटो’ । मारपीट के समय मुसलमानों की संख्या अधिक होने से अन्य कोई भी वर्मा को बचाने के लिए नहीं गया ।

२. इस समय पुलिस सिपाही प्रभात कुमार ने एक मुसलमान युवक को मध्यस्थ के रूप में लेकर मारपीट रोकने का प्रयास किया; परंतु मुसलमानों ने प्रभात कुमार को भी पीटा । तदुपरांत पिटाई करनेवाले वहां से भाग गए ।

‘धार्मिक द्वेष एवं पुलिस को पीटा,’ पुलिस ने परिवाद में से यह सूत्र हटाने को बाध्य किया !

उत्तर प्रदेश में पुलिस द्वारा हिन्दुओं के संदर्भ में इस प्रकार का बर्ताव होना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! ऐसी पुलिस पर कडी कार्रवाई होनी ही चाहिए !

इस प्रकरण में कांता प्रसाद वर्मा ने कहा कि पुलिस के कहे अनुसार मुझे परिवाद में परिवर्तन करना पडा । पुलिस ने कहा कि परिवाद में धार्मिक द्वेष एवं पुलिस की पिटाई का उल्लेख न करें ।

परिवाद में परिवर्तन के विषय में पुलिस अधिकारी गौरव सिंह को पूछने पर उन्होंने कहा,‘ इस विषय में आप वरिष्ठ अधिकारी को पूछें, वे ही इसका उचित उत्तर दे सकेंगे ।’

संपादकीय भूमिका

उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए दिन-दहाडे धर्मांध मुसलमान टोली एक हिन्दू की पिटाई करे, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! हिन्दुओं को लगता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस घटना की ओर गंभीरता से देखकर, पुलिस को दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने का आदेश दें !