मेरठ में ईसाइयों द्वारा ४०० से अधिक हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन !

२ वर्षों से चल रही थीं धर्म परिवर्तन की गुप्त कार्यवाहियां ! 

मेरठ (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मंगतापुरम में सहायता करने के बहाने बलपूर्वक ४०० से अधिक निर्धन हिन्दुओं का ईसाइ पंथ में धर्म परिवर्तन करने की घटना सामने आई है । पिछले २ वर्षों से धर्म परिवर्तन की कार्यवाहियां चल रही थीं । इस धर्म परिवर्तन के लिए पुलिस की लापरवाही ही दिखाई दे रही है ।

इस प्रकरण में पुलिसकर्मियों ने कहा कि

१. अनुमानत: २० वर्ष पूर्व बारांबकी के १० लोग मंगतापुरम आए एवं खुले स्थान में झुग्गियां बनाकर रहने लगे । अब उनकी संख्या ४०० से अधिक हो गई है ।

२. कोरोना महामारी की कालावधि में जब भुखमरी का समय आया, तब देहली के पादरी महेश उन्हें सहायता करने के बहाने वहां पहुंचे । उन्होंने अन्य ख्रिस्तियों की सहायता से वहां के लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था कर उनकी सहायता की ।

३. पादरी महेश ने कुछ लोगों को विश्वास में लेकर झुग्गियों में रहनेवाले लोगों को ईसाइ पंथ स्वीकारने हेतु प्रेरित किया । इसलिए यहां के ४०० लोगों ने धर्म परिवर्तन किया तथा वे चर्च जाने लगे । पादरी ने यहां के ईसाइ समाज के युवकों से धर्म परिवर्तित लोगों की लडकियाें के विवाह भी करवा दिए ।

४. इसके उपरांत ईसाइ धर्म से संबंधित लोगों ने इन लोगों पर हिन्दू धर्म के अनुसार पूजा न करने का दबाव डाला । ‘आप ईसाइ हो गए हो, आप अब हिन्दू देवताओं की पूजा नहीं कर सकते’, ऐसा कहते हुए देवताओं की मूर्तियां हटाने हेतु उन पर दबाव डाला ।

५. पादरी महेश के नौकर अनिल ने उसके कुछ सहयोगियों की सहायता से दीपावली के अवसर पर लोगों के घरों से देवताओं के छायाचित्रों को हटा कर उन्हें फाड डाला । इस अवसर पर चैंपियन नामक युवक ने धर्म परिवर्तन का विरोध किया । ईसाइयाों के छल से त्रस्त होकर लोगों ने पुलिस में परिवाद प्रविष्ट किया ।

६. इस धर्म परिवर्तन की घटना का समाचार ज्ञात होते ही बजरंग दल के दिलीप सिंह तथा सचिन सिरोही वहां पहुंचे एवं वहां के ईसाइ पंथ से संबंधित पुस्तकें तथा आर्थिक सहायता प्राप्त लोगों की सूची पुलिस को सौंपी ।

७. इस परिवाद के आधार पर पुलिस ने अन्वेषण आरंभ किया । इस प्रकरण में अब तक ५ लोगों को नियंत्रण में लिया गया है, पुलिसकर्मियों ने ऐसा कहा ।

संपादकीय भूमिका

  • उत्तर प्रदेश में भाजपा का राज्य होते हुए हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन होना अपेक्षित नहीं । धर्म परिवर्तन की बढती कार्यवाहियां देखते हुए केंद्र सरकार को तत्काल धर्म परिवर्तन विरोधी कानून पारित करना आवश्यक है !
  • २ वर्षाें से धर्म परिवर्तन की गुप्त कार्यवाहियां चालू रहते हुए अन्वेषण तंत्रों को इसका पता कैसे नहीं लगा ?