अखिलेश यादव द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों के उपरांत चुनाव आयोग ने उन्हें भेजा नोटिस !
नई देहली – चुनाव आयोग ने समाजवादी दल के अध्यक्ष अखिलेश यादव को नोटिस दिया है तथा १० नवंबरतक इस नोटिस का उत्तर देने के लिए कहा है । समाजवादी दल के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग की आलोचना करते हुए यह आरोप लगाया था कि भाजपा के कहने पर चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा चुनावक्षेत्र में प्रत्येकी २० सहस्र यादव समुदाय एवं मुसलमानों के नाम मतदातासूची से हटाए हैं । उसके करण ही चुनाव में हमारी पराजय हुई । इसकी जांच होनी चाहिए ।
#AkhileshYadav made the sensational claim last month at the Samajwadi Party’s national convention on September 29 to explain the party’s defeat in the 2022 elections.
(Reports @deekbhardwaj)https://t.co/TGiz0edQ7M
— Hindustan Times (@htTweets) October 27, 2022
इस पर चुनाव आयोग द्वारा उन्हें भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि इस देश का कानून हमें जाति एवं धर्म के आधार पर मतदातासूची बनाने का अधिकार नहीं देता; इसलिए इस प्रकार से आरोप लगाना गंभीर है । मतदातासूची से यदि इतनी बडी संख्या में नाम हटा दिए जाते हों, तो इसका प्रमाण देना चाहिए । किस चुनावक्षेत्र में किस क्षेत्र के मतदाताओं के नाम हटाए गए, इसकी जानकारी दें । इस विषय में किसी मतदाता ने शिकायत की हो, तो आप उसकी भी जानकारी दीजिए । साथ ही मतदाताओं के किसी शिष्टमंडल ने इस विषय में चुनाव अधिकारियों से शिकायत की हो, तो आप उसकी भी जानकारी दें ।
किसी चुनावक्षेत्र में २० सहस्र मतदाताओं के नाम हटाए गए, इस प्रकार की कोई भी शिकायत हमारे पास नहीं आई है । केवल अलीगंज विधानसभा चुनावक्षेत्र में समाजवादी दल के प्रत्याशी की ओर से १० सहस्र अल्पसंख्यांकों तथा पिछडे वर्ग के मतदाताओं के नाम हटाए जाने की शिकायत मिली थी । उसकी जांच करने पर वह शिकायत झूठी होने की बात सामने आई थी, यह भी चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया ।