(प्लेटलेट्स सूक्ष्म रक्त कोशिकाएं होती हैं जो रक्त को गाढ़ा करने में सहायता करती हैं।)
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) – नकली प्लेटलेट्स विक्रीकर रोगियों के जीवन से खेलने वाले एक गिरोह का भंडाफोड हुआ है। पुलिस ने गिरोह के मुखिया समेत १० लोगों को बंदी बनाया है । आरोपियों के पास से प्लाज्मा की १८ थैलियां , नकली प्लेटलेट्स की ३ थैलियां एवं १ लाख २ सहस्र रुपये रोकड हस्तगत किया गया है । साथ ही आरोपियों के पास से ३ दोपहिया वाहन और १३ भ्रमणभाष (मोबाइल) भी हस्तगत किए गए हैं ।
Uttar Pradesh | Acting on a tip-off, 10 people have been arrested for selling fake platelets. These people used to take plasma from the blood banks, fill it in different pouches, put stickers of platelets & sell it to the needy people: Shailesh Kumar Pandey,SSP, Prayagraj (21.10) pic.twitter.com/fwNtnag4J1
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 21, 2022
१. इस गिरोह का मुखिया राघवेंद्र सिंह उर्फ राहुल पटेल है । वह अन्य आरोपियों के साथ काम कर रहा था ।
२. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी ब्लड बैंक से प्लाज्मा खरीदते थे । एक थैली में ३५० मि.ली. प्लाज्मा होता है । इसके उपरांत ५० मि.ली. प्लाज्मा को खाली थैली में भरकर प्लेटलेट्स के तौर पर ३ से ५ सहस्र रुपये में विक्री किया जाता था । गिरोह के सदस्यों को अलग-अलग काम सौंपे गए थे । कुछ प्लाज्मा लाने का काम करते, जबकि अन्य रोगियों का शोध करते ।
ग्लोबल चिकित्सालय से उनके संबंध होने की जांच जारी !
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पांडेय ने बताया कि, क्या जलवा के बंद पड़े ग्लोबल हॉस्पिटल और ट्रॉमा सेंटर से जाली प्लेटलेट्स बेचने वाले गिरोह का कोई संबंध है ? इसका अन्वेषण चल रहा है । आरोपियों ने स्वीकार किया है कि चिकित्सालय के कुछ कर्मचारी उनके संपर्क में थे । इन कर्मचारियों के माध्यम से अनेक आकांक्षी प्लेटलेट्स क्रय करने के लिए आरोपियों से संपर्क करते थे । अधीक्षक पांडे ने बताया कि इस प्रकरण में आगे का अन्वेषण चल रहा है ।