धर्म परिवर्तन विरोधी कानून सख्त करने की मांग
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) – धर्मांतरण और बांगलादेशी घुसपैठ के कारण भारत की जनसंख्या में असंतुलन निर्माण हुआ है । उत्तर बिहार, पूर्णिया, कटिहार जैसे अनेक जिलों में, साथ ही राज्य में बांगलादेशी घुसपैठियों की संख्या बढी है । इस कारण धर्मांतरण विरोधी कानून सख्त करने की आवश्यकता है, ऐसी मांग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने की । वे यहां आयोजित रा.स्व.संघ के कार्यकारी मंडल की बैठक में सहभागी हुए थे । इसके उपरांत उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए यह मांग की । ‘धर्म परिवर्तन करने वाले नागरिकों को आरक्षण का कोई भी लाभ न दिया जाए’, ऐसी मांग भी उन्होंने इस समय की ।
Religious conversion, infiltration causing population imbalance, says top #RSS leader.
"Modi Govt is very strong govt, within a day they can bring a uniform law on population control but they are not doing this.": Islamic scholar, Maulana Qasmi, elaborates.@ToyaSingh @pranshumi pic.twitter.com/LZVi0bcgvI
— News18 (@CNNnews18) October 20, 2022
१. दत्तात्रेय होसबले ने आगे कहा कि, धर्म परिवर्तन के कारण अनेक स्थानों पर हिन्दुओं की जनसंख्या कम होने से उसका परिणाम भी भुगतना पड़ रहा है । यह पहले भी हुआ है और उसकी समस्या भी ध्यान में आई है । धर्म परिवर्तन के विषय में जनजागृति करने का काम संघ की ओर से किया जा रहा है । घर वापसी मुहिम के अच्छे परिणाम सामने आए हैं । घर वापसी मुहिम इस्लाम और ईसाई धर्म में जाने वालों को पुन: हिन्दू धर्म में लाने के लिए की जा रही है । धर्म परिवर्तन रोकने के लिए अनेक कानून बने तो, पर भली-भांति लागू नहीं हुए, इसलिए इन कानूनों को लागू करने की आवश्यकता है । उत्तर प्रदेश सहित अन्य कुछ राज्यों में बल पूर्वक धर्म परिवर्तन करना मना है ।
२. सरसंघचालक प.पू. डॉ. मोहन जी भागवत १६ से १९ अक्टूबर तक आयोजित कार्यकारी मंडल की इस बैठक में सहभागी हुए हैं । इस बैठक में देशभर के ३७२ कार्यकर्ता सहभागी हुए हैं । देश में संघ शाखाओं की संख्या ६१ सहस्र ४५ पर पहुंची है ।