धर्मनिरपेक्ष देश में हिजाब ‘ऐच्छिक’, जबकि कट्टरतावादी देश में ‘अनिवार्य’ ! – तस्लीमा नसरीन

नई देहली – देश ‘धर्मनिरपेक्ष’ रहने तक हिजाब ‘ऐच्छिक’ रहता है । जब धार्मिक कट्टरतावादी किसी देश को नियंत्रण में लेते हैं, उस समय हिजाब ‘ऐच्छिक’ नहीं, अपितु ‘अनिवार्य’ हो जाता है, बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इरान में हिजाबविरुद्ध चल रहे महिलाओं के आंदोलन की पार्श्वभूमि पर ऐसा ट्वीट किया ।

संपादकीय भूमिका

भारत तथाकथित धर्मनिरपेक्ष देश होते हुए भी यहां हिजाब ‘ऐच्छिक’ नहीं, अपितु ‘अनिवार्य’ होने की बात दिखाई देती है !