नई देहली – देश ‘धर्मनिरपेक्ष’ रहने तक हिजाब ‘ऐच्छिक’ रहता है । जब धार्मिक कट्टरतावादी किसी देश को नियंत्रण में लेते हैं, उस समय हिजाब ‘ऐच्छिक’ नहीं, अपितु ‘अनिवार्य’ हो जाता है, बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इरान में हिजाबविरुद्ध चल रहे महिलाओं के आंदोलन की पार्श्वभूमि पर ऐसा ट्वीट किया ।
EXCLUSIVE | It is beautiful that they (Women in Iran) are burning hijab and cutting their hair in protest. Women around the globe who are forced to wear Hijab should burn it. Most women are forced to wear Hijab: @taslimanasreen, Author
#NewsToday @sardesairajdeep pic.twitter.com/yxM1ywCthY
— IndiaToday (@IndiaToday) September 19, 2022
संपादकीय भूमिकाभारत तथाकथित धर्मनिरपेक्ष देश होते हुए भी यहां हिजाब ‘ऐच्छिक’ नहीं, अपितु ‘अनिवार्य’ होने की बात दिखाई देती है ! |