ब्रिटेन में मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं पर आक्रमण !

  • मंदिर में तोड फोड कर भगवा ध्वज जलाया

  • पुलिसकर्मियों पर कांच की बोतलों द्वारा आक्रमण

लंदन (ब्रिटेन) – ब्रिटेन के लिसेस्टर नगर में १८ सितंबर को मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं को लक्ष्य करने पर हिन्दुओं ने भी उन्हें प्रत्युत्तर देने का प्रयास किया । इसलिए यहां तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई । पुलिसकर्मियाें द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दोनों ही धर्म के लोग यहां एकत्रित होकर उन्होंने एक-दूसरे का विरोध करना आरंभ किया । इस अवसर पर पुलिसकर्मियाें द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास किया गया, तो उन पर कांच की बोतलें फेंकी गईं । डंडे लेकर आई भीड ने संपत्ति की हानि की । हिन्दुओं के एक मंदिर के ऊपर का भगवा ध्वज निकाल कर उसे जलाए जाने की बात एक वीडियो में दिखाई दी । इस हिंसा की घटना में २७ लोगों को नियंत्रण में लिया गया है । परिस्थिति नियंत्रण में लाने हेतु भारी मात्रा में पुलिस व्यवस्था की की गई है । आगे कुछ दिन इस परिसर में पुलिस व्यवस्था रहेगी । २८ अगस्त को ब्रिटेन में हुए एशिया कप क्रिकेट प्रतियोगिता के खेल में भारत ने पाकिस्तान को पराजित किया । तत्पश्चात ६ सितंबर को उद्दंड पाकिस्तानी मुसलमानों ने लिसेस्टर में हिन्दुओं पर आक्रमण किया था । इसी संदर्भ में यह घटना घटी ।

१. हिंसा के समय उपस्थित एक प्रत्यक्षदर्शी महिला ने कहा कि लोगों ने काले रंग के मुखौटे पहने थे । उनके मुख तथा सर ढंके थे । पुलिसकर्मियों ने मार्ग पर बैरिकेट्स लगाए थे । भीड द्वारा कांच की बोतलें तथा अन्य वस्तुएं फेंकते समय पुलिसकर्मी भीड को पीछे करने का प्रयास कर रहे थे ।

२. यहां के पुलिस अधिकारी निक्सन ने बताया कि उन्हें एक वीडियो की जानकारी मिली है, एक व्यक्ति लिसेस्टर के मेल्टन रोड पर धार्मिक भवन के बाहर का ध्वज निकालते दिखाई दे रहा है । यह घटना उस समय की लग रही है, जब पुलिस अधिकारी परिसर में अराजकता का वातावरण निर्माण कर रहे थे । इस घटना की जांच की जाएगी ।

३. इस हिंसा के प्रकरण में स्थानीय सांसद क्लाउडिया वेब्बे ने कहा कि एशिया कप खेल प्रतियोगिता के पूर्व से ही यहां तनाव उत्पन्न हुआ था । तदनंतर प्रथम बार हिंसा हुई ।

किंवदंतियां फैला कर हिन्दुओं पर आक्रमण

यहां के प्रसारमाध्यमों द्वारा दिए गए समाचार के अनुसार हिन्दुओं ने मस्जिद पर आक्रमण किया तथा हिन्दुओं द्वारा एक मुसलमान युवती का अपहरण किया गया, ऐसी दो बातें फैला कर मुसलमानों ने हिन्दुओं पर आक्रमण किया । इस आक्रमण में एक मंदिर में घुसकर उसे तोडा गया । हिन्दुओं के घरों पर आक्रमण किए गए ।

मुसलमानों द्वारा बनाए गए पत्रक में संघ का उल्लेख

बर्मिंगहैम में मुसलमानों द्वारा लिसेस्टर की घटना से शांतिपूर्ण विरोध का आवाहन किया गया था । उसमें लिखा था कि हम लिसेस्टर में विरोध करने हेतु जा रहे हैं । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कट्टरतावादियों को हमारी पुलिस, सिक्ख महिला, बच्चे तथा वृद्ध लोगों से नहीं खेलने देंगे । (‘हिन्दू सिक्खों के विरुद्ध हैं’, मुसलमानों द्वारा यह दर्शाने का प्रयास ध्यान में लें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

हिन्दुओं ने निकाली थी फेरी !

हिन्दुओं ने यहां के बेलग्रेव मार्ग से एक फेरी निकाली थी । वहीं पर मुसलमानों की भीड उनके सामने आने के पश्चात एक-दूसरे की ओर से घोषणाबाजी आरंभ हुई । मुसलमान ‘अल्लाहू अकबर’ (अल्ला महान है), जबकि हिन्दू ‘जय श्रीराम’ तथा ‘वन्दे मातरम्’ की घोषणाएं कर रहे थे ।
‘लिसेस्टर ब्रह्म समाज शिवालय’ मंदिर के अध्यक्ष मधु शास्त्री ने पुलिस को पत्र लिख कर मंदिर के ऊपर का ध्वज निकाल कर उसे जलानेवाले को तत्काल बंदी बनाने की मांग की है । उसी प्रकार मंदिर की सुरक्षा बढाने हेतु कहा है । यदि यहां तनाव बढा, तो मंदिर बंद रखना पड सकता है ।

पुलिसकर्मियों ने मंदिर पर हुए आक्रमण के विषय में दो लोगों को नियंत्रण में लिया है । मंदिर पर आक्रमण होते समय दोनों ही घायल हुए हैं ।

संपादकीय भूमिका

  • पिछले अनेक वर्षाें से ब्रिटेन की परिस्थिति के पुनर्विलोकन से स्पष्ट होता है कि वहां इस्लामी कट्टरतावाद बढ रहा है; परंतु सरकार का उस पर नियंत्रण नहीं है । विश्व को मानवाधिकार तथा धार्मिक स्वतंत्रता का समुपदेश देनेवाले ब्रिटेन में हिन्दुओं की धार्मिक स्वतंत्रता तथा मानवाधिकार का हनन हो रहा है, यह वहां की सरकार के लिए लज्जाजनक है !
  • हिन्दुओं को जानबूझकर लक्ष्य करने का मुसलमानों का प्रयास सार्वत्रिक होता है; क्याेंकि हिन्दू मूर्तिपूजक हैं । इस्लाम में मूर्तिपूजा अयोग्य मानी जाती है । इसलिए पूरे विश्व में ऐसे धर्मांध क्या हिन्दुओं के साथ कभी एकता के साथ रह सकेंगे?