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टोरंटो (कनाडा) – खलिस्तानी आतंकवादियों ने १४ सितंबर को ब्रैम्पटन नगर के स्वामीनारायण मंदिर में तोडफोड कर मंदिर के भीतों पर ‘खलिस्तान जिंदाबाद, हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ लिखा । इस घटना का वीडियो सामाजिक जालस्थल पर बडी मात्रा में प्रसारित हो रहा है । भारत ने इस घटना को ‘घृणास्पद अपराध’ संबोधित कर, कनाडा से आरोपियों के विरोध में शीघ्रता से कार्यवाही का आग्रह किया है ।
Unprovoked defacement of #HinduTemple in Canada. Can @PierrePoilievre assure his Conservatives wouldn’t indulge in identity-politics? Can his deputy @TimUppal condemn this act unequivocally & assure that he’d not overlook Khalistan extremism when in power?pic.twitter.com/g5lyOILl4Y
— Puneet Sahani (@puneet_sahani) September 14, 2022
१. ब्रैम्पटन के महापौर पैट्रिक ब्राऊन ने इस घटना का दु:ख व्यक्त कर संबंधितों पर कठोर कार्यवाही का आश्वासन दिया है ।
Very disappointed to hear of the vandalism that occurred at the BAPS Swaminarayan Mandir in Toronto. This type of hate has no place in the GTA or Canada. Let’s hope those criminals responsible are brought to justice quickly.
— Patrick Brown (@patrickbrownont) September 14, 2022
२. दूसरी ओर कनाडा के हिन्दू सांसद चंद्र आर्या का कहना है, ‘‘इस घटना से ‘कनाडाई हिन्दू’ चिंतित हैं । सभी को इस घटना की निंदा करनी चाहिए । ‘यह एकमात्र घटना नहीं है, अपितु कुछ समय से हिन्दुओं के मंदिरों पर इसप्रकार आक्रमण करनेवाली अन्य घटनाएं भी हो चुकी हैं ।’’
We strongly condemn defacing of BAPS Swaminarayan Mandir Toronto with anti-India graffiti. Have requested Canadian authorities to investigate the incident and take prompt action on perpetrators. @MEAIndia @IndiainToronto @PIB_India @DDNewslive @CanadainIndia @cgivancouver
— India in Canada (@HCI_Ottawa) September 15, 2022
जनवरी-फरवरी २०२२ में भी ६ मंदिरों पर आक्रमण हुए थे !इससे पूर्व जनवरी-फरवरी २०२२ में भी खलिस्तानी आतंकवादियों ने टोरंटो के ६ मंदिरों पर आक्रमण किया था । इस समय मंदिर की दानपेटी से पैसों के साथ देवताओं की मूर्ति के अलंकार भी चुराए गए थे । इसमें ब्रैम्पटन नगर के हनुमान मंदिर और मां चिंतापूर्णी मंदिर का भी समावेश है । (कनाडा में इतनी बडी मात्रा में हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण होते हुए वहां की सरकार ने उसे रोकने के लिए क्या किया ? -संपादक) |
संपादकीय भूमिकाकनाडा खलिस्तानी आतंकवादियों का अड्डा बनने से वहां ऐसी घटनाओं का होना आश्चर्य की बात नहीं है, परंतु अब भारत को केवल तीव्र शब्दों में कनाडा को निषेध व्यक्त कर चुप न बैठकर उसे समझ में आए ऐसी भाषा में कार्यवाही करनी चाहिए ! |