भोपाल (मध्यप्रदेश) – द्वारका और ज्योति पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर स्थित परमहंसी गंगा आश्रम में भू – समाधि दी गई । ११ सितंबर के दिन ९९ वर्ष की आयु में उन्होंने नरसिंहपुर के झोतेश्वर आश्रम में देहत्याग किया था । भू – समाधि की विधि झोतेश्वर के शास्त्री रविशंकर महाराज और काशी से आए विद्वानों ने की । इसके पूर्व शंकराचार्य के पार्थिव को सर्व तीर्थों से लाए पानी से स्नान कर अंतिमदर्शन के लिए रखा गया था ।