चीन ने आरोप अस्वीकार किया !
जिनेवा (स्विट्जरलैंड) – चीन में स्थित शिनजियांग प्रांत में मानव अधिकार के संदर्भ में संयुक्त राष्ट्र ने एक ब्योरा प्रसिद्ध किया है, जिसमें कहा गया है कि वहां के मुसलमानों के साथ गंभीर रूप से छल किया जा रहा है । इस ब्योरे में ऐसा भी कहा गया है कि यह मानवता के विरुद्ध है । संयुक्त राष्ट्रों के मानवाधिकार उच्चायुक्त मीशेल बैचलेट के ४ वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने से पूर्व जिनेवा में आयोजित परिषद में बुधवार की रात्रि यह ब्योरा प्रसिद्ध किया गया । यह विवरण तैयार करने में लगभग एक वर्ष का समय लगा था । बैचलेट का कार्यकाल समाप्त होने से केवल १३ मिनट पूर्व मानवाधिकार उल्लंघन का यह विवरण परिषद के सामने रखा गया । चीन द्वारा शिनजियांग प्रांत के लगभग १० लाख उघूर मुसलमानों को नियंत्रण में लेकर उन पर अत्याचार किए जाने का आरोप है । ये आरोप यथार्थ हैं, इस विवरण से ऐसा निष्पन्न हुआ है । दूसरी ओर शिनजियांग प्रांत में चीन ने मानव अधिकारों के उल्लंघन होने का आरोप अस्वीकार किया है । इन प्रांतों में कट्टरतावादियों को नियंत्रित करने हेतु व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र चलाए जा रहे हैं । चीन ने ऐसा कहा है ।
China said a major United Nations report into alleged human rights abuses in the Xinjiang region was a "political tool" against Beijinghttps://t.co/hhFu2vrR4i
— Hindustan Times (@htTweets) September 1, 2022
बैचलेट ने बताया कि शिनजियांग प्रांत में भयंकर समस्याएं हैं । ये समस्याएं राष्ट्रीय स्तर के उच्चपदस्थ एवं क्षेत्रीय अधिकारियों को ई-मेल द्वारा भेजी गई हैं । बैचलेट ने संयुक्त राष्ट्रों का आवाहन करते हुए कहा है कि शिनजियांग के उइगी स्वायत्त प्रदेश की परिस्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता है ।
संपादकीय भूमिकाक्या अब संयुक्त राष्ट्र चीन से इस विषय में पूछकर मुसलमानों के साथ हो रहे छल को रोकने का साहस दिखाएंगे ? |