श्रीनगर – कश्मीर में विभिन्न दलों ने कश्मीर से बाहर के नागरिकों को मतदान का अधिकार देने के निर्णय का विरोध किया है । इस पार्श्वभूमि पर ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के निवास पर ‘पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी’की प्रमुख महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर शाखा के अध्यक्ष विकार रसूल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता एम.वाई. तारिगामी के साथ शिवसेना, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष, संयुक्त जनता दल और अकाली दल (मान) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक का आयोजन किया था । ‘पीपल्स कॉन्फ्रेंस’ के सज्जाद लोन और ‘अपना पक्ष’ के नेता अल्ताफ बुखारी ने बैठक का बहिष्कार किया ।
इस अवसर पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “जम्मू-कश्मीर की मतदाता सूची में बाहर के नागरिकों को सम्मिलित करने का निर्णय यहां के राजनीतिक दलों को स्वीकार नहीं है । इससे जम्मू-कश्मीर की अपनी अलग पहचान नष्ट हो जाएगी । इस निर्णय से जम्मू-कश्मीर विधानसभा ‘बाहरी’ लोगों के हाथ में आ जाएगी और यहां के लोग वंचित रह जाएंगे । हम इस निर्णय को न केवल कानूनी रूप से चुनौती देंगे; अपितु विभिन्न प्रकार से विरोध भी करेंगे ।
संपादकीय भूमिकाप्रतिदिन हिन्दुओं को धर्मनिरपेक्षता की घुट्टी पिलानेवाले अब इन कश्मीर दलों को धर्मनिरपेक्षता की घुट्टी क्यों नहीं पिलाते ? |