नई देहली – देहली स्थित ‘मजनू का टीला’ विस्तार में पाकिस्तान से भारत आए आश्रित हिन्दुओं का बसेरा है । वर्ष २०११ में ये लोग भारत आए थे । हिन्दुओं का कहना है कि तभी से उन्हें अनेक नेताओं ने भिन्न-भिन्न आश्वासन दिए; परंतु उनमें से एक भी आश्वासन की आपूर्ति नहीं हुई है । हिन्दुओं ने खेद व्यक्त किया है कि एक ओर रोहिंग्या मुसलमान घुसपैठियों को सर्व सुविधायुक्त घर देने की चर्चा, जबकि हमें कुछ भी नहीं । इन स्थानों में १४५ हिन्दू परिवार रहते हैं ।
१. कभी सिंध प्रांत में खेत के स्वामी रहे हिन्दू, अब भारत में भ्रमणभाष संच का ‘कवर’ बेचने के लिए लाचार हैं । उन्होंने कहा है कि गत १० वर्षों में सरकार ने हमारी कुछ भी सहायता नहीं की । पानी, बिजली आदि मूलभूत सुविधाओं की भी आपूर्ति नहीं की गई । न्यायालय के आदेश के उपरांत ३ माह पूर्व बिजली, जबकि गत वर्ष से पानी की आपूर्ति की गई है । उन्होंने कहा कि १-२ हिन्दू संगठनों ने उनकी सहायता की ।
२. कुछ लोगों ने कहा है कि पाक से विजा मिलने से हम भारत आ सके । अनेक लोगों को विजा न मिलने के कारण वे पाक में ही अत्याचार सहन कर रहे हैं ।
३. पत्रकारों को यहां की महिलाएं अपना छायाचित्र खींचने नहीं देतीं । उन्हें भय है कि यदि उनके छायाचित्र प्रकाशित हुए तो पाकिस्तान द्वारा वे पहचान ली जाएंगी एवं पाक-स्थित उनके संबंधियों को कष्ट झेलना पडेगा ।
संपादकीय भूमिकाभारत के भी हिन्दुओं को सहायता न करनेवाला सरकारी तंत्र, क्या कभी पाक के शरणार्थी हिन्दुओं की सहायता करेगा ? |