जिहादी आतंकवादियों के छुपने का स्थान ढूंढते समय वीरगति को प्राप्त हुए सेना के श्वान को मरणोपरांत पुरस्कार !

‘एक्सल’ श्‍वान को उसके द्वारा दिखाए गए शौर्य के लिए मरणोपरांत पुरस्कार

नई दिल्ली – भारत में शत्रु से लडते समय शौर्य दिखाने पर सैनिकों को विविध पुरस्कार दिए जाते हैं; लेकिन एक श्वान को उसके द्वारा दिखाए गए शौर्य के लिए मरणोपरांत पुरस्कार देने की कदाचित पहली ही घटना सामने आई है । भारतीय सेना के श्वान ‘एक्सेल’ को मरणोपरांत ‘मेंशन-इन-डिस्पेच’ यह पुरस्कार देकर उसका सम्मान किया गया । काश्मीर के बारामुला में ३० जुलाई २०२२ के दिन जिहादी आतंकवादियों ने उसके ऊपर रायफल से १० गोलियां दागी । इसमें उसे वीरगति प्राप्त हुई । वह ‘बेलिज्यन मेलिनोइस’ जाति का श्वान था ।

जिहादी आतंकवादियों को ढूंढते समय ‘एक्सल’ को एक घर में भेजा गया था । वहा के एक कमरे में आतंकवादी छुपे हुए थे । उन्होंने श्वान पर गोलियां चलाई । जिसमें उसकी मृत्यु हो गई; लेकिन इस घर में आतंकवादी छुपे हैं, यह सेना को पता चला और सेना ने आगे की कार्यवाही करते हुए आतंकवादियों को मार गिराया । यदि सैनिक सीधे उस घर में घुसते, तो उनके प्राण जा सकते थे ।