सलमान रश्दी द्वारा लिखित पुस्तक ‘सेटनिक वर्सेस’ के कारण उनके ऊपर आक्रमण ! – लेखिका तस्लिमा नसरीन

बाईं ओर से लेखिका तस्लिमा नसरीन एवं लेखक सलमान रश्दी

नई दिल्ली – प्रसिद्ध लेखक सलमान रश्दी पर अमेरिका के २४ वर्षीय ईरानी-अमेरिकन हादी मातर ने आक्रमण किया । वर्ष १९८९ में रश्दी के विरोध में फतवा निकालने वाले अयातुल्ला खोमेनी और उनके उत्तराधिकारी अयातुल्ला खामेनी के छायाचित्र हादी मातर के फेसबुक खाते पर हैं । इस कारण आक्रमण के पीछे के हेतु का अब आप ही अंदाज लगा सकते हैं, ऐसा ट्वीट बांग्लादेशी और अब भारत में रहने वाली लेखिका तस्लिमा नसरीन ने किया ।

एक अन्य ट्वीट में नसरीन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि, रश्दी द्वारा ‘सेटनिक वर्सेस’ यह पुस्तक लिखने के कारण जिस व्यक्ति को उन्हें मारना था, उसने यह पुस्तक पढी नहीं । मुझे लगता है कि, पुस्तकें लिखने के कारण मुझे जान से मारने की धमकी देने वाले इस्लामवादियों ने भी मेरी एक भी पुस्तक पढी नहीं है ।

धर्मचिकित्सा से इस्लाम को छूट ना हो ! – नसरीन

तस्लिमा नसरीन ने आगे कहा कि, अन्य सभी धर्मों पर लागू होने वाली धर्मचिकित्सा से इस्लाम को छूट ना दी जाए । इस्लाम धर्म को अमानवीय, भेदभाव करने वाला, साथ ही अवैज्ञानिक और तर्कहीन पहलुओें पर प्रश्नचिंह लगाकर इस्लाम को प्रबोधन प्रक्रिया से आगे लेकर जान चाहिए ।