यदि मदरसों में अनिष्ट कृति करनेवाले हाथ में आएं, तो सरकार उन पर गोलियों की बौछार करे; किंतु उनके कारण मुसलमानों को अपकीर्त न करें !

ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल का वक्तव्य !

ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल

गुवाहाटी (असम) – ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने यह कहा कि यदि मदरसों में अनिष्ट कृत्य करनेवाले लोग पाए जाते हैं, तो उनके प्रति हमें कुछ भी सहानुभूति नहीं है । सरकार को ऐसे लोगों पर गोलियों की बौछार करनी चाहिए ।’

आगे अजमल ने यह भी कहा कि यदि मदरसों में १-२ अध्यापक अच्छे नहीं हैं, तो शासन उनकी जांच करे । उसमें यदि वे अपराधी सिद्ध हुए, तो शासन उन पर कार्यवाही करे; किंतु उनके कारण पूरे मुसलमानों को ‘जिहादी’ कहना उचित नहीं है, यह एक ‘आतंकवाद’ है । इस पर शासन को प्रतिबंध लगाना चाहिए । शासन को भारत की सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए । गुप्तचर तंत्रों को सशक्त करना चाहिए ।

संपादकीय भूमिका

  • पिछले ३ शतकों में जिहादी आतकवादियों के विरुद्ध कितने मुसलमानों ने अपना मुंह खोला है ? इसके विपरीत मुसलमान नेताओं ने उनका पक्ष लेने का ही प्रयास किया है, इस संदर्भ में अजमल कुछ क्यों नहीं कहते ?
  • मस्जिद के सामने से हिन्दुओं की धार्मिक शोभायात्रा जाने के पश्चात होनेवाले आक्रमणों को मुसलमान नेता तथा उनके धार्मिक संगठन विरोध क्यों नहीं करते तथा ऐसी घटना रोकने के लिए आगे क्यों नहीं बढते ?
  • पुलिसकर्मी जब जिहादी आतंकवादियों की हत्या करते हैं, उस समय हत्या हुए आतंकवादी नहीं थे’, ऐसा रोनेवाले मुसलमान ही रहते हैं ! उनकी अत्यंयात्रा में वे ही अधिक संख्या में सम्मिलित रहते हैं, इस संदर्भ में अजमल कुछ क्यों नहीं कहते ?