नई दिल्ली – भारत की स्वतंत्रता को ७५ वर्ष पूर्ण होनेवाले हैं । हम सभी इस अद्भुत और ऐतिहासिक क्षण के साक्षी होने जा रहे हैं । भगवान ने हमें बहुत बड़ा भाग्य दिया है । यदि हम नें दासत्व के समय जन्म लिया होता तो यह दिन हमारे लिए कैसा होता इसकी कल्पना करना भी कठिन है । ३१ जुलाई रविवार को ‘मन की बात’ के ९१ वें कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “विचार करिए कि उस समय दासता की बेड़ियों से मुक्त होने के लिए कितनी छटपटाहट होगी ।” १५ अगस्त १९४७ को भारत को स्वतंत्रता मिली । इस ऐतिहासिक घटना के ७५ वर्ष, इस वर्ष १५ अगस्त को पूर्ण हो रहे हैं, इस अवसर पर प्रधानमंत्री मन की बात कर रहे थे ।
Under the Azadi Ka Amrit Mahotsav, from the 13th to the 15th of August, a special movement – 'Har Ghar Tiranga' is being organised.
Let us further this movement by hoisting the National Flag at our homes. #MannKiBaat pic.twitter.com/NikI0j7C6Z
— PMO India (@PMOIndia) July 31, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है । मेघालय में वीर तिरोट सिंह ने खासी पर्वतश्रृंखला में अंग्रेजों के नियंत्रण का कड़ा विरोध करते हुए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया । उन्होंने इस आंदोलन को नाटक के रूप में प्रस्तुत कर इतिहास को जीवित कर दिया । कर्नाटक में एक विशेष अभियान आरंभ किया गया था । ७५ स्थानों पर भव्य कार्यक्रम हुए । प्रधानमंत्री ने बताया कि इस अवसर पर कर्नाटक के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का स्मरण किया गया ।
अमृत महोत्सव के अवसर पर ‘स्वतंत्रता की रेल गाड़ी’ कार्यक्रम !
इसी मास ‘स्वतंत्रता की रेल गाड़ी’ नाम से एक नई पहल आरंभ की गई है । इसका उद्देश्य है कि लोग स्वतंत्रता आंदोलन में रेलवे की भूमिका को जानें ! झारखंड के गोमो जंक्शन को ‘नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन’ के नाम से जाना जाता है । इस स्टेशन से ‘कालका मेल’ से यात्रा कर नेताजी ब्रिटिश अधिकारियों से बचने में सफल हुए थे । आपने लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) के समीप ‘काकोरी’ स्थानक का नाम भी सुना होगा । रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां आदि वीरों के नाम इससे जुड़े हैं । देश भर के २४ राज्यों के ७५ रेलवे स्टेशन स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े हुए हैं । उन्हें सजाया जा रहा है, प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इसकी जानकारी दी ।
आपको भी समय निकालकर ऐसे आस-पास के ऐतिहासिक स्थलों की सैर करनी चाहिए । आप उनके इतिहास को जानेंगे । प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से भी आवाहन किया कि विद्यालयीन बच्चों को ऐसे स्थानों पर ले जाया जाना चाहिए ।
घर में तिरंगा फहराएं ! – प्रधान मंत्री१३ से १५ अगस्त तक एक विशेष अभियान ‘हर घर तिरंगा’ का आयोजन किया गया है । घर में तिरंगा फहराएं ! तिरंगा हमें जोडता है एवं देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा देता है । २ अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज को रचना करने वाले पिंगली वेंकैया की जयंती है । प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि महान क्रांतिकारी मैडम कामा ने राष्ट्रीय ध्वज को आकार दिया । |