प्रवीण नेट्टारु की हत्या का प्रकरण ‘एन.आइ.ए.’ को सौंपा जाएगा !

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्माई एवं प्रवीण नेट्टारू

बेंगलुरू – राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं मंत्रियों के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक के पश्चात मुख्यमंत्री बोम्माई ने २९ जुलाई को सायंकाल प्रसारमाध्यमों को जानकारी देते हुए कहा कि प्रवीण नेट्टारु की हत्या का प्रकरण राष्ट्रीय अन्वेषण (एन.आइ.ए.) तंत्र को सौंपने का निर्णय लिया गया है । हत्या के प्रकरण में संगठित अपराधिता एवं अंतर्राज्य संबंध होने के कारण यह प्रकरण ‘एन.आइ.ए.’ को सौंपा जाएगा, बोम्माई ने ऐसा भी कहा ।

मुठभेड के संदर्भ में हम उत्तरप्रदेश से ५ कदम आगे रहेंगे ! अश्वथ नारायण, उच्च शिक्षा मंत्री, कर्नाटक

प्रवीण नेट्टारु की हत्या के प्रकरण में दोषी पाए जानेवालों को बंदी बनाया जाएगा । परंतु हमारे (भाजपा के) कार्यकर्ता चाहते हैं कि ऐसी हत्याएं होनी ही नहीं चाहिए । कार्यकर्ताओं की इच्छा के अनुसार कार्यवाही की जाएगी । कर्नाटक के शिक्षामंत्री अश्वथ नारायण ने कहा कि चकमक के संदर्भ में हम उत्तरप्रदेश से ५ कदम आगे रहेंगे !

आवश्यकता पडने पर कर्नाटक में उत्तरप्रदेश का योगी मॉडेल लागू करेंगे !

(योगी मॉडेल अर्थात अपराधियों के विरुद्ध उत्तरप्रदेश पुलिस एवं प्रशासन द्वारा लागू की जानेवाली कठोर कारवाई की नीति का अवलंब)

प्रवीण नेट्टारु की हत्या के पश्चात भाजप के कार्यकर्ता संतप्त हैं । मुख्यमंत्री बोम्माई द्वारा की जानेवाली कार्यवाही एवं उनके द्वारा अपनाई भूमिका पर भी वे संतुष्ट नहीं हैं । इस पर मुख्यमंत्री बोम्माई ने कहा कि आवश्यकता पडने पर कर्नाटक में उत्तरप्रदेश का योगी मॉडेल लागू करेंगे ! आवश्यक सभी कदम हम उठाएंगे । यदि हमें और कठोर कदम उठाने पडे, तो भी हम विचलित नहीं होंगे । इसलिए क्या कर्नाटक में भी उत्तरप्रदेश के समान बुलडोजर चलाया जाएगा ? ऐसा प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है । उत्तरप्रदेश में दंगे अथवा अन्य किसी अपराधी कृत्य में सहभागी लोगों के घर अथवा दुकानें अनधिकृत पाए जाने पर बुलडोजर चलाया जा रहा है । वैसा ही कर्नाटक में हो, लोग ऐसी अपेक्षा व्यक्त कर रहे हैं ।

१. कर्नाटक में भाजपा के विधायक एवं सांसदों को भी कार्यकर्ताओं के क्रोध का सामना करना पड रहा है ।

२.भाजपा के कार्यकर्ता उत्तरप्रदेश की बुलडोजर नीति से बहुत प्रभावित हैं ।

३.योगी आदित्यनाथ के कठोर बनने से ही उत्तरप्रदेश की कानून एवं सुव्यवस्था में सुधार है, ऐसा बताया जा रहा है । इसलिए भाजप के कार्यकर्ताओं की ओर से कर्नाटक में हठपूर्वक योगी मॉडल लागू करने की मांग की जा रही है ।