पाटलिपुत्र (बिहार) – झारखंड के उपरांत बिहार के सीमांचल क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों से ५०० से अधिक विद्यालयों में रविवार के स्थान पर शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश दिया जा रहा है । ये विद्यालय किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया जिले के मुस्लिम बाहुल्य भागों में हैं । वर्ष २०११ की जनगणना के अनुसार सीमाचंल क्षेत्रों में मुसलमानों की जनसंख्या ३० प्रतिशत से अधिक है ।
१. अररिया जिले के जोकीहाट ब्लाक के २४४ सरकारी विद्यालयों में से २२९ विद्यालयों में शुक्रवार को अवकाश रहता है । जोकीहाट ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शिव नारायण सुमन ने इसका समर्थन किया है । उन्होंने कहा कि अनेक वर्षों से यह परंपरा चल रही है ।
२. अररिया जिला शिक्षा अधिकारी राज कुमार ने बताया कि, इस संबंध में कोई भी सरकारी आदेश नहीं है ।
३. एक सरकारी विद्यालय के शिक्षक ने बताया कि, वर्ष २०१४ में संयुक्त जनता दल के नेता महमूद असरफ ने पूर्णिया जिले के बैसी ब्लॉक के मीनापुर पंचायत के सरकारी विद्यालयों को रविवार के स्थान पर शुक्रवार को अवकाश देने के लिए बाध्य किया था । शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इसका कुछ भी विरोध नहीं किया ।
४. बलरामपुर ब्लॉक के शिक्षा अधिकारी मुमताज अहमद ने बताया कि, इस संबंध में बिहार सरकार को वर्ष २०१० में पत्र लिखा था और तब से शुक्रवार का अवकाश दिया जाने लगा ।
…. तो हिन्दुओं को मंगलवार का अवकाश दें ! – भाजपा
भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने शुक्रवार के अवकाश का विरोध किया है । यदि मुसलमानों के लिए शुक्रवार को विद्यालय बंद रखे जाते हैं, तो हिन्दुओं के लिए मंगलवार को बंद रखने चाहिए । भारत को एक धर्मनिरपेक्ष देश होने के कारण संविधान के तहत ,किसी भी धर्म के अनुसार नियम बनाने की आवश्यकता नहीं ।
संपादकीय भूमिकाझारखंड और बिहार ये राज्य भारत में है कि पाकिस्तान में ? अब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हिन्दुओं को भी धार्मिक दिनों के अनुसार अवकाश देने की मांग करनी चाहिए ! |