´विवादित वीडियो बनाते समय मैं नशे में था’, ऐसे बोलना, जिससे तुम्हें बचाया जा सकता है !

  • अजमेर के पुलिस उपायुक्त संदीप सारस्वत ने आरोपी सलमान चिश्ती को दिया ‘ परामर्श ‘ !

  • सारस्वत को पदच्युत किया गया 

  • चिश्ती ने विवादित वीडिओ के माध्यम से नूपुर शर्मा का शिरच्छेद करवाने की धमकी दी थी !

अमजेर के पुलिस उपायुक्त संदीप सारस्वत (बाइॅ ओर)

जयपुर : अजमेर दरगाह के एक ´कर्मचारी´ सलमान चिश्ती ने भड़काऊ आवाहन करते हुए कहा था, ”नूपुर शर्मा का सिर काटने वाले को अपना घर दे दूंगा ।” उसने इस आवाहन का वीडिओ बनाया था । जन विरोध के उपरांत अजमेर के पुलिस उपायुक्त संदीप सारस्वत ने चिश्ती को बंदी बनाया । उसे बंदी बना कर ले जाने का एक वीडियो भाजपा के एक नेता द्वारा प्रसारित किया गया है, जिसमें पुलिस उपायुक्त संदीप सारस्वत, चिश्ती को यह परामर्श देते हुए दिख रहे हैं, ”मैं आक्षेपार्ह वीडियो बनाते समय नशे में था´ ऎसा कहने पर मैं तुम्हें बचा सकता हूं ।” इसके उपरांत पुलिस ने समाचार फैला दिया कि ‘चिश्ती नशे में था’ ।

इस अशोभनीय घटना के फलस्वरूप सारस्वत को सेवामुक्त कर दिया गया है । वर्तमान उन्हें पद की प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया है । राजस्थान सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं ।

संपादकीय भूमिका

  • ऐसे पुलिस वालों को सेवामुक्त करना ही पर्याप्त नहीं है, उन पर अभियोग लगाकर कारागार में डालना आवश्यक है !
  • ये पुलिस कहां की है ? भारत की या पाकिस्तान की ? जो व्यक्ति एक हिंदू का शिरच्छेद करने का सार्वजनिक आवाहन प्रसारित करता है ? उस कट्टरपंथी मुसलमान को दंड दिलाने का प्रयत्न करने के स्थान पर पुलिस द्वारा उसे बचाने का प्रयत्न करना अति क्षोभकारक है । जब ऐसे चरमपंथी देश में अराजकता फैलाएंगे तो हिन्दुओं की रक्षा के लिए ऎसी पुलिस क्या करेगी ?
  • राजस्थान में चूंकि हिन्दू विरोधी कांग्रेस की सरकार सत्ता में है, ऐसी पुलिस के विरुद्ध कडी कार्रवाई की अपेक्षा करना ही व्यर्थ है !