परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
कहां अर्थ और काम पर आधारित पश्चिमी संस्कृति और कहां धर्म और मोक्ष पर आधारित हिन्दू संस्कृति ! हिन्दू पाश्चात्त्यों का अंधानुकरण कर रहे हैं, इसलिए वे तीव्र गति से विनाश की ओर बढ़ रहे हैं !
– (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले