बिहार में मद्य प्रतिबंधित होते हुए भी वह सहजता से उपलब्ध होती है ! – केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस का दावा

पाटलीपुत्र (बिहार) – ‘राज्य में मद्य (दारु) की तस्करी हो रही है और इस कारण ही मद्य का भंडार नियमितरूप से जप्त किया जाता है । राज्य में मद्य का विक्रय धडल्ले से हो रहा है । इस वास्तविकता को कोई भी अस्वीकार नहीं कर सकता’, ऐसा दावा केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति ने किया है । उनके इस वक्तव्य से राज्य में मद्यप्रतिबंध की वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो रही है ।

पारस आगे कहते हैं, ‘‘राज्य में अवैधरूप से मद्य उपलब्ध होती है, यही मद्य पीनेवालों को बंदी बनाने का कारण है । मिलावटयुक्त मद्य बनाकर विक्रय करनेवाले मद्यमाफियों पर पुलिस कार्रवाई करती है । ‘राज्य में मद्य उपलब्ध नहीं है’, ऐसा कोई कह नहीं सकता । राज्य में अवैधरूप से मद्य उपलब्ध होती है और इसीलिए अनेक लोगों को नियमितरूप से बंदी बनाया जाता था । मद्य प्रतिबंध का कानून राज्य के हित में है, इसका भान होते हुए भी राज्य में मद्य का अवैध विक्रय हो रहा है ।

संपादकीय भूमिका

  • जिस राज्य में मद्य प्रतिबंधित होते हुए भी सहजता से उपलब्ध होती है और यह बात केंद्रीय मंत्री ही कहते हैं, तो प्रश्न उठता है कि राज्य सरकार आखिर क्या कर रही है ?

  • देश के अनेक राज्यों में आज गोहत्या प्रतिबंध कानून भी है; परंतु फिर भी गोहत्याएं और गोमांस की तस्करी होती है । इसके लिए सरकार, प्रशासन और पुलिस ही उत्तरदायी हैं !