४५ लोगों को बनाया बंदी !
कोलंबो (श्रीलंका) – श्रीलंका में निर्मित आर्थिक संकट के कारण सर्वसामान्य लोगों की दुर्दशा होने से स्थानीय लोगों ने ३१ मार्च रात को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के घर के बाहर आंदोलन किया । आंदोलनकारियों ने जोरदार घोषणाबाजी करते हुए राष्ट्रपति से त्यागपत्र देने की मांग की । पुलिस द्वारा आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने का प्रयास करने पर हिंसा आरंभ हो गई । आंदोलनकारियों ने पुलिस पर बोतलें फेंकी और जोरदार पथराव किया । पुलिस ने अश्रुगैस (टीयरगैस) के साथ पानी की बौछार कर, आंदोलनकारियों को नियंत्रण में लेने का प्रयास किया । उग्र भीड ने एक बस को भी आग लगा दी । जब राष्ट्रपति के घर के सामने यह सब हो रहा था, तब वे स्वयं घर पर नहीं थे । इस समय आंदोलनकारियों को रोकने के लिए विशेष कृति दल एवं अर्धसैनिक दल का उपयोग किया गया । इस स्थान पर अब संचारबंदी लागू कर दी गई है । ४५ लोगों को बंदी बनाया गया । श्रीलंका में कुछ सप्ताह से खाद्यसामग्री के साथ जीवनावश्यक वस्तुओं का अभाव, ईंधन एवं गैस इत्यादि का अभाव आदि समस्याओं का सामना करना पड रहा है ।
Sri Lanka imposes curfew in capital after protests over economic crisishttps://t.co/OgdGdENvXW pic.twitter.com/VH7h8yOCeK
— The_Nation (@The_Nation) April 1, 2022
डीजल न होने से १३ घंटे से भी अधिक समय श्रीलंका में संपूर्ण बिजली की आपूर्ति खंडित रही । बिजली बचाने के लिए अनेक स्थानों पर मार्ग के पथ-दीप (स्ट्रीट लाईट) भी बंद कर दिए गए । सरकारी चिकित्सालयों पर भी खंडित बिजली आपूर्ति का परिणाम हुआ है ।