हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा उत्तर प्रदेश, बिहार एवं राजस्थान में प्रशासन को ज्ञापन !
वाराणसी (उ.प्र.) – पूरे विश्व में सर्वाधिक युवाशक्ति भारत में है । किंतु कई वर्षों से १४ फरवरी ‘वेलेंटाइन डे’ के रूप मे मनाने की पाश्चात्यों की कुप्रथा भारत में भी प्रचलित हो गई है । व्यावसायिक लाभ के लिए प्रेम के नाम पर पाश्चात्यों की इस विकृत संकल्पना के कारण युवा पीढी भोगवाद और अनैतिकता की गर्त में जा रही है । इस दिन होनेवाली पार्टियों में युवक-युवतियों में मद्यपान, धूम्रपान, मादक पदार्थाें का सेवन, एक पक्षीय प्रेम में लडकियों की छेडछाड व हिंसक कृत्य आदि अनुचित प्रकारों में प्रचंड वृद्धि हुई है । इस दिन संतति प्रतिबंधक साधनों की बिक्री भी भारी मात्रा में होती है । वृद्धि अनैतिक संबंधों की वृद्धि दर्शाती है । लडकियों को प्रभावित करने के लिए वाहन तेज चलाने से दुर्घटनाएं होना तथा ‘लव जिहाद’ की घटनाएं भी होती हैैं । इन सभी अनुचित कृत्यों पर प्रशासन प्रतिबंधात्मक उपाय करे, इस दृष्टि से हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा बिहार के हाजीपुर, मुजफ्फरपुर तथा उत्तर प्रदेश के वाराणसी के जिलाधिकारी एवं पुलिस प्रशासन को ज्ञापन दिया गया ।
संक्षेप में, ‘वेलेंटाइन डे’ के कारण विद्यालय-महाविद्यालय परिसर में कानून-व्यवस्था तथा शैक्षणिक वातावरण बिगाडनेवाली स्वैराचारी और भोगवादी वृत्ति बढती जा रही है । इससे होनेवाली घटनाओं का अतिरिक्त तनाव पुलिस व प्रशासन पर भी आ रहा है । वर्तमान में भारत में प्रति १८ मिनट पर एक बलात्कार हो रहा है । महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के भयानक आंकडे, इस संदर्भ में प्रतिबंधात्मक उपायों की नितांत आवश्यकता दर्शाते हैं । भारतीय समाजव्यवस्था उत्तम बनी रहे तथा अनैतिक कृत्यों के कारण होनेवाले अनाचारों पर रोक लगाने हेतु कानून व्यवस्था बनाए रखने सहित युवा पीढी का उद्बोधन करने की भी आवश्यकता है ।
इस दृष्टि से समिति द्वारा आगे दी मांगें की गईं –
१. १४ फरवरी को पुलिस के विशेष दल – गश्ती दल नियुक्त कर महाविद्यालय परिसर में अनाचार करनेवाले असामजिक तत्त्वों को नियंत्रण में लेना, द्रुत गति से वाहन चलानेवालों पर कार्यवाही करना आदि के समाधान हेतु योजनाएं बनाई जाएं ।
२. ‘वेलेंटाइन डे’ निमित्त महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों की मात्रा को देखते हुए ऐसी घटनाओं को रोकने हेतु विद्यालय-महाविद्यालय के परिसर में ‘मार्गदर्शक सूचनाएं’ दी जाएं ।
जोधपुर एवं पाली में प्रशासन को निवेदन; महाविद्यालयों में जागृति !
जोधपुर (राजस्थान) – आज का युवावर्ग वैलेंटाइन डे जैसी पश्चिमी कुप्रथाओं की बलि न चढे एवं उन्हें भारतीय संस्कृति के प्रेम के व्यापक स्वरूप की पहचान हो, इस उद्देश्य से हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा जोधपुर एवं पाली जिलों में विविध महाविद्यालयों में भी जनजागृति की गई । उसके साथ ही वैलेंटाइन डे जैसे दिनों का अनुचित लाभ लेकर युवतियों से छेडछाड करनेवाले समाजकंटकों को सबक सिखाने के लिए योग्य कदम उठाने की मांग भी स्थानीय प्रशासन से की गई है ।
१. जोधपुर में अतिरिक्त जिलाधिकारी श्री. मदनलाल नेहरा एवं जिला शिक्षा अधिकारी श्री. प्रेमचंदजी सांखला को समिति द्वारा निवेदन दिया गया । इस समय अधिवक्ता श्री. सूर्यप्रकाश शर्मा, समिति के डॉ. (श्रीमती) स्वाती मोदी, राखी मोदी उपस्थित थीं ।
२. पुलिस उपायुक्त (पूर्व) भुवन भूषण यादव को निवेदन दिया गया । निवेदन पढकर वे बोले, इस प्रकार का प्रबोधन होना चाहिए । समिति द्वारा की गई मांगें अत्यंत योग्य हैं । हम उनके अनुसार आदेश निकालेंगे ।
३. ओंकारमल सोमानी महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. अश्विनी शाह एवं लाचू महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. रोहितकुमार जैन को भी निवेदन दिया गया । वे बोले, ‘‘आप अच्छा कार्य कर रहे हैं ।’’
४. कमला नेहरू महाविद्यालय के संचालक डॉ. संगीता लुंकड, उत्कर्ष क्लासेस, सीएलजी क्लासेस, व्यास कॉलेज में भी समिति की ओर से इस संदर्भ में निवेदन दिया गया ।
५. सोजत (पाली, राजस्थान) के राजकीय महाविद्यालय में प्रा. जितेंद्र राजपुरोहित, आईमाता कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य श्री. विश्वास राव, श्री विनायक महाविद्यालय की प्राचार्य नम्रता दवे एवं मारवाड जंक्शन के राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य श्री. रौनककुमार श्रीमाली ने वैलेंटाइन डे जैसी काल्पनिक कुप्रथाओं संबंधी महाविद्यालयीन युवक-युवतियों को जागृत करने हेतु प्रयत्न कर पाएं, इस विषय में हिन्दू जनजागृति समिति ने निवेदन दिया ।
इस समय समिति की श्रीमती अर्चना लढ्ढा, श्री. दीपक लढ्ढा; अभाविप के श्री. हर्ष टाक, श्री. पुखराज गहलोत उपस्थित थे । इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय, आईमाता कन्या महाविद्यालय एवं श्री विनायक महाविद्यालय में समिति की श्रीमती अर्चना लढ्ढा ने इस विषय के संदर्भ में विद्यार्थियों का प्रबोधन किया ।
विशेष अभिमत
१. ‘वैलेंटाइन डे अपनी संस्कृति का हनन है । एक उत्तरदायी नागरिक बनने के लिए एवं आदर्श पीढी निर्माण होने हेतु हमें ऐसी कुप्रथाओं को रोकने का प्रयास करना चाहिए ।’ – श्री आईमाता कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य श्री. विश्वास राव
२. ‘सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति का सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्र एवं धर्म संबंधी निष्काम कार्य मैं देख रहा हूं । इस कार्य के लिए आपको धन्यवाद !’ – मारवाड जंक्शन के राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य श्री. रौनककुमार श्रीमाली