संघ परिवार मुस्लीम लडकियों को शिक्षा लेनेसे मना करने का षडयंत्र रच रहा है ! – कांग्रेस के नेता सिद्धरामय्या का बेबुनियाद आरोप !

  • हिंदुओं को ‘भगवा आतंकवादी’ ठहराने का षडयंत्र रचनेवाली कांग्रेस ऐसे आरोप करें तो उस मे आश्चर्य की क्या बात हो सकती है? – संपादक
  • मुस्लीम लडकिया कर्नाटक उच्च न्यायालय के अंतरीम आदेश का पालन न कर राज्यघटना का अवमान कर रही हैं, इस विषय मे सिद्धरामय्या मुंह क्यों नही खोलते? हिंदु लडकिया भी धर्म के विषय मे हठ न कर पाठशाला मे गणवेश पहनकर शिक्षा लेती आ रही हैं, तथा ले रही हैं, तो यदि मुस्लीम लडकियों को शिक्षा लंनी है,तो वे नियमों का पालन क्यों नही करती? इस विषय मे सिद्धरामय्या मुंह क्यों नही खोलते? – संपादक
कांग्रेस के नेता सिद्धरामय्या

बेंगलुरू (कर्नाटक) – शिक्षा हर एक का मूलभूत अधिकार है, तथा कोई भी शिक्षा लेनेसे वंचित न रहे। विद्यालय तथा महाविद्यालयों मे मुस्लीम लडकियोय की शत प्रतिशत मात्रा पहले काफी कम हुआ करती थी। किंतु आजकल कई लोग शिक्षा मे रुची दिखा रहे हैं । हिजाब का ( मुस्लीम महिलाओं ने सिर तथा गर्दन ढांकने हेतु इस्तेमाल किया वस्त्र का ) सूत्र उपस्थित कर मुस्लीम लडकियों को शिक्षा लेनेसे मना करने का षडयंत्र संघ परिवार रच रहा है, ऐसा बेबुनियाद आरोप कांग्रेसी नेता एवं भूतपूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्य ने एक वार्ताहर परिषद मे लगाया। उस समय कांग्रेस के प्रदेक्षाध्यक्ष डी.के.शिवकुमार उपस्थित थे।

सिद्धरामय्या ने आगे कहा कि, हिंदू, मुस्लीम, इसाई,बुद्ध तथा जैन लोगों की धार्मिक श्रद्धाओं पर आधारित कई प्रथा हैं। यह उनका मूलभूत अधिकार है, तथा कोई भी इस मे हस्तक्षेप न करें। मै हिजाब के पीछे रहे सारे संगठनों का , उनकी भूमिकाओंका निषेध करता हू; चाहे वह संघ हो,सोशल डेमोक्रॅटिक पार्टी ऑफ इंडिया हो या बजरंग दल हो। सारेकट्टरतावादी संगठन शांती एवं सौहार्द हेतु धोखा है। छात्रों ने गणवेश का विरोध नही किया है। उन्हों ने गणवेश समेत हिजाब पहना है तथा शिक्षा हेतु अनुमती मांग रहे हैं। छात्रों के विरोध मे अपराध दर्ज करना  गलत बात है।