एम.आई.एम. के नेता वारिस पठान को इंदौर के मुसलमान युवक ने कालिख पोती

वारिस के पठान देश और धर्म के विषय में आपत्तिजनक विधान कर घृणा निर्माण करने के कारण कालिख पोतने का युवक ने स्वीकारा !

देश के विषय में और धर्म के विषय में घृणा कौन निर्माण कर रहा है, यह इससे स्पष्ट होता है ! ऐसे धर्मांध नेताओं के विरोध में पठान के धर्म के युवक ही विरोध कर रहे हैं, यह आधुनिकतावादी और धर्मनिरपेक्षतावादी ध्यान में लेंगे क्या ? – संपादक

इंदौर (मध्यप्रदेश) – यहां के खरजाना क्षेत्र के काला खरजाना दरगाह में एम.आई.एम. के नेता और मुंबई के पूर्व विधायक वारिस पठान आए थे । इस समय एक युवक ने उनके चेहरे पर कालिख पोती और वह भाग गया । पुलिस ने इस युवक को हिरासत में लिया है । सद्दाम पटेल इस युवक का नाम है । हिरासत के बाद सद्दाम को जमानत पर छोड दिया गया है । कालिख पोतने का वीडियो प्रसारित हुआ है ।

सद्दाम पटेल के कालिख पोतने के विषय में बताया कि, देश के विषय में और विविध धर्मों के विषय में पठान नियमित रुप से आपत्तिजनक विधान कर रहे हैं । इस कारण दो धर्मों में घृणा निर्माण होकर उनके इस काम का विरोध करने के लिए मन का गुस्सा व्यक्त करने के लिए मैंने यह काम किया ।

कालिख ना लगने का पठान का दावा

वारिस पठान ने ऐसा कुछ भी ना होने का दावा किया है । ‘एक छोटे बच्चे ने मुझे काला टीका लगाया था । जो मैंने एक स्थान पर रुककर पोंछ दिया, तब के चित्र प्रसारित करने के पीछे काँग्रेस का हाथ है’, ऐसा आरोप पठान ने किया । (इसको कहते हैं ‘गिरे, तो भी नाक ऊंची’ ! – संपादक)

पठान ने पहले किए आपत्तिजनक विधान

’१५ करोड मुसलमान १०० करोड हिन्दुओं पर भारी पडेंगे’, ऐसा वे नागरिकता सुधार कानून के विरोध में बोले थे । इस विधान का विरोध होने के बाद उन्होंने यह विधान वापस लिया था ।