न्यायालय की अवमानना का अपराध प्रविष्ट करने का आदेश !
जनता को लगता है कि, न्यायालय की इस प्रकार अवमानना करने वाले अधिवक्ताओं को न्यायालय कठोर दंड दें ! – संपादक
चेन्नई (तमिलनाडु) – मद्रास उच्च न्यायालय ने अधिवक्ता आर डी संथन कृष्णन के विरुद्ध, न्यायालय की अवमानना का प्रकरण प्रविष्ट किया गया है । वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा चल रही सुनवाई के समय, अधिवक्ता संथन को एक महिला के साथ अश्लील हरकतें करते देखा गया । उसका वीडियो सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित हो गया है । इसलिए, न्यायालय ने प्रकरण प्रविष्ट किया है । अधिवक्ता को तमिलनाडु एवं पुडुचेरी विधि परिषद (बार काउंसिल) ने निलंबित कर दिया है ।
कोर्ट की चल रही थी कार्यवाही, महिला के साथ ‘आपत्तिजनक हाल’ में दिखे वकील: Video वायरल होने के बाद मद्रास HC सख्त#MadrasHighCourt https://t.co/R8b8a6ykVC
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) December 22, 2021
न्यायालय ने कहा है कि, “जब न्यायालय की सुनवाई के समय इस प्रकार का लज्जाजनक व्यवहार सार्वजनिक स्तर पर प्रसारित हो रहा हो, तब न्यायालय मूकदर्शक नहीं बन सकता ।” इसलिए, न्यायालय ने इस पर संज्ञान लेते हुए, आपराधिक अन्वेषण विभाग को जांच के आदेश दिए हैं ।
ऑनलाइन सुनवाई के समय अधिवक्ताओं द्वारा की गई कुछ अनुचित कृतियां !
न्यायालय की ऑनलाइन सुनवाई के समय, अधिवक्ताओं द्वारा इसके पूर्व भी कुछ अनुचित कृतियां की जा चुकी हैं । कर्नाटक उच्च न्यायालय की ऑनलाइन सुनवाई के समय, अधिवक्ता श्रीधर भट्ट अर्धनग्न स्थिति में उपस्थित थे । इस बात से अवगत कराने के पश्चात भी वे २० मिनट तक उसी स्थिति में रहे । राजस्थान उच्च न्यायालय की सुनवाई के समय, अधिवक्ता राजीव धवन को हुक्का पीते हुए देखा गया था । जून २०२१ में, अधिवक्ता एवं कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी बिना पतलून (पैंट) पहने ऑनलाइन सुनवाई के लिए उपस्थित हुए थे ।