२ आरोपी बंदी और १ लापता !
जहां देश में प्रतिदिन सहस्रों हिन्दुओं का धर्मांतरण हो रहा है, ऐसे में संपूर्ण देश में धर्मांतरण विरोधी कानून न बनाना, अपरोक्ष रूप से धर्मांतरण को बल देने जैसा नहीं है ? हिन्दुओं को भी संगठित होकर इस कानून को शीघ्रातिशीघ्र लागू करने की मांग करनी चाहिए ! – संपादक
खरगोन (मध्य प्रदेश) – यहां ३ नवंबर २०२१ को २२ लोगों ने धर्मांतरण कर ईसाई पंथ स्वीकार किया था । अब उन्होंने हिन्दू धर्म में पुनः प्रवेश कर घर वापसी की है । इस प्रकरण में, पुलिस ने धर्मांतरण विरोधी कानून के अंतर्गत, रसगांव मालपुरा के ग्राम वासी, विजय बडोले और उसकी बुआ बंजुला बडोले को बंदी बनाया है । इन दोनों की सहायता के कारण ही अरुणाचल प्रदेश से यहां आए ईसाई प्रचाकर मारसन लाय ने २२ लोगों को धर्मांतरण किया था । अब मारसन लाय लापता है । धर्मांतरण के लिए, मारसन ने गांव के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा का प्रबंध करने सहित स्थानीय लोगों को विविध प्रलोभन दिखाए थे । धर्मांतरण करते समय, उन्होंने २२ लोगों पर जल छिडककर उनके गले में क्रॉस (ईसाईयों का धार्मिक चिन्ह) पहनाए थे ।
22 लोगों को धर्मांतरित कर बनाया गया था ईसाई….. जय श्री राम के उद्घोष के साथ सबकी कराई गई घर वापसी
https://t.co/3WDNw3lZmb— Sudarshan News (@SudarshanNewsTV) November 25, 2021
धर्मांतरण की इस घटना का वीडियो सामाजिक माध्यमों में प्रसारित हुआ था । उसके उपरांत, गजेंद्र सिंह पटेल ने खरगोन के पुलिस अधीक्षक से पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग की थी । उसके अनुसार पुलिस ने यह कार्यवाही की ।