उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन लापता होती हैं ३ लडकियां !

१२ से १८ आयुवर्ग के लडकियों की संख्या सर्वाधिक

  • इस प्रकार लडकियों के लापता होते हुए भी राज्य की पुलिस युद्धस्तर पर ऐसी घटनाओं को रोकने हेतु अथवा लापता लडकियों को खोजने हेतु प्रयास नहीं करते, यह लज्जाप्रद है ! – संपादक

  • इन लडकियों के लापता होने के पीछे लव जिहाद के होने की संभावना अस्वीकार नहीं की जा सकती । उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होने से इसकी ओर अधिक गंभीरता से देखने की आवश्यकता है, ऐसा हिन्दुओं को लगता है ! – संपादक

आगरा (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश राज्य में वर्ष २०२० में १ सहस्र युवक और युवतियां लापता हुए हैं । विशेष बात यह कि इनमें १ सहस्र १६६ लडकियां हैं, इसका अर्थ उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन ३ लडकियां लापता होती हैं । सूचना के अधिकार से यह आंकडें सामने आए हैं । ५० जिलों से सूचना के अधिकार से यह जानकारी प्राप्त हुई है ।

१. इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि लापता इन लडकियों में से १ सहस्र ८० लडकियों की आयु १२ से १८ वर्षतक है । इनमें से ९६६ लडकियों की खोज की गई; परंतु २०० लडकियों के विषय में कोई भी जानकारी नहीं मिली है ।

२. आगरा के सूचना अधिकार कार्यकर्ता तथा बाल अधिकार कार्यकर्ता नरेश पारस ने सूचना अधिकार के अंतर्गत यह जानकार प्राप्त की है । उन्होंने कहा कि कुछ जनपदों की पुलिस ने सूचना अधिकार के द्वारा जानकारी देना सीधे अस्वीकार किया । युवक-युवतियों का इस प्रकार लापता होना चिंता का विषय है । लडके-लडकियां लापता होकर ४ महिने बीत जाने पर भी किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिली, तो ऐसे प्रकरणों को मानवीय तस्करीविरोधी विभाग को सौंपने का कानून में प्रावधान है; परंतु ऐसा होते हुए भी लापता होने की घटनाएं बढ रही हैं ।