परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार

परात्पर गुरु डॉ. आठवले

     पूर्व काल में सभी साधना करते थे, इसलिए दूसरों से कैसे बात करें , यह उन्हें सिखाना नहीं पडता था । बचपन से ही यह आत्मसात रहता था ; परंतु अब प्रत्येक को यह सिखना पडता है ! – (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले