मूल रूप से गांधी को ‘राष्ट्रपिता’ के रूप में दी गई उपाधि ही गलत है । ऋषि-मुनियों एवं साधु-संतों के कारण यह देश सहस्त्रों वर्षों से विश्वगुरु रहा है । उन्हीं के कारण भारत के पास अत्यंत उन्नत शास्त्र भी थे । फिर भी उन्हें कभी किसी ने ‘राष्ट्रपिता’ नहीं कहा तथा न ही उन्होंने कभी उन्हें ऐसा कहना चाहिए, इसके लिए प्रयास किया । कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए म गांधी को ऐसा परिचय देने का काम किया है । सच्चे देशभक्त इससे कभी भी सहमत नहीं हैं । – संपादक
नई देहली – ये लोग गलत इतिहास बता रहे हैं । यदि ऐसा ही चलता रहा तो वे म गांधी को हटा कर, सावरकर, जिन पर म गांधी की हत्या का आरोप था, एवं जिन्हें न्यायमूर्ति जीवनलाल कपूरकी जांच में अपराधी करार दिया था, को ‘राष्ट्रपिता’ बनाएंगे, ऐसी आलोचना एमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने की है । (गांधी हत्याकांड में स्वातंत्र्यवीर सावरकर को निर्दोष मुक्त कर देने के पश्चात भी जो लोग उन्हें निरंतर आरोपी ठहराकर उन्हें अपकीर्त करते हैं, उन पर अब प्रकरण प्रविष्ट कर कारावास में डालना चाहिए । – संपादक)
‘They will soon make Savarkar father of the nation’: #AIMIM chief #AsaduddinOwaisi’s swipe at Defence Minister Rajnath Singh’s remarks.https://t.co/nzJkntQV1T
— TIMES NOW (@TimesNow) October 13, 2021