छत्तीसगढ में पादरी ने विधवा पर किया २ वर्षों तक बलात्कार !

  • सेवा की आड में किया हुआ, ईसाई पादरी का वासनांध कृत्य उजागर !

  • पीडिता ने १० वर्ष पूर्व किया था धर्मांतरण !

ध्यान दें, कि हिन्दू संतों के विरुद्ध तथाकथित आरोपों के कारण, अनेक दिनों तक ‘मीडिया ट्रायल’ करने वाले प्रसार माध्यम (जिसमें  प्रसार माध्यम ‘न्यायाधीश’ की भूमिका में जाता है एवं अनेक दिनों तक संबंधितों की भरपूर आलोचना करता है), ईसाई पादरियों की आपराधिक गतिविधियों पर मात्र पर्दा डाल देते हैं !  – संपादक

दंतेवाडा (छत्तीसगढ) : नक्सल प्रभावित दंतेवाडा जनपद के गिदम शहर में स्थित एक चर्च के पादरी ने ३५ वर्षीय विधवा पर बार-बार बलात्कार किया । पीडिता के गर्भवती होने के पश्चात, उसने औषध की दुकान से लाई गर्भपात की गोलियां लेने के लिए उसे बाध्य किया । फलस्वरूप, पीडिता का स्वास्थ्य खराब हो गया एवं उसे चिकित्सालय में भर्ती कराना पडा । पीडिता की गंभीर स्थिति देखते हुए, आधुनिक डॉक्टरों ने उसे उपचार के लिए जनपद चिकित्सालय में भर्ती कराया । पुलिस ने इस प्रकरण में पादरी को बंदी बना लिया है ।

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पीडिता के पति की १२ वर्ष पूर्व मृत्यु हुई थी । उसकी एक बेटी है । पीडिता, पुत्री को अपने सास-ससुर के पास रखती थी तथा श्रमिक का काम करते हुए अपनी उपजीविका चला रही थी । एक बार वह बहुत बीमार हो गई । तब ईसाई प्रचारकों ने उसे उपचार करने में सहायता की । इसके पश्चात, उन्होंने उसका धर्मांतरण कर दिया । उसी प्रकार, उसे रहने के लिए एक घर भी दिया । (हिन्दुओं की विवशता का अनुचित लाभ उठाने वाले कपटी ईसाई ! यदि हिन्दुओं को धर्म की शिक्षा मिली होती, तो वे अपने जीवन के कठिन परिस्थितियों का धैर्य से सामना कर पाते । ध्यान रखें, कि हिन्दुओं में धर्माभिमान का अभाव ही सभी समस्याओं का कारण है ! – संपादक)
पुलिस ने आगे कहा, कि अनुमानित २ वर्ष पूर्व पादरी बाबुलाला नाग (आयु ४३ वर्ष ) ने पीडिता को उसके साथ विवाह करने का प्रलोभन दिखाया था । तब से वह पीडिता के साथ बार बार दुष्कर्म कर रहा था । इस कालावधि में, पीडिता २ महीने की गर्भवती हो गई । तब पादरी ने उसे गर्भपात कराने के लिए बाध्य किया । फलस्वरूप, उसकी स्थिति गंभीर हो गई एवं उसे स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराना पडा ।