मध्य प्रदेश में कला विभाग के पाठ्यक्रम में रामचरितमानस, महाभारत, योग, ध्यान आदि पढाया जाएगा !

मध्यप्रदेश शासन का अभिनंदनीय निर्णय ! हिन्दू विरोधियों की ओर से मध्यप्रदेश शासन के इस निर्णय पर ‘शिक्षा का भगवाकरण’ ऐसा आरोप किए जाने पर आश्चर्य न लगे । अर्थात् शासन को ऐसा कितना भी विरोध हो, तो भी शासन पीछे न हटे । भारत की १०० करोड़ हिन्दू जनता मध्यप्रदेश शासन के साथ है, यह उन्हें ध्यान देना चाहिए । – संपादक

     भोपाल (मध्य प्रदेश) – राज्य की ‘शिक्षा नीति २०२०’ के अंतर्गत महाविद्यालय के पाठ्यक्रम में परिवर्तन किया गया है । कला विभाग के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को महाभारत, रामचरितमानस, योग और ध्यान के विषय में पढाया जाएगा । (१४.९.२०२१)