असम के होटल मालिकाें का निर्णय
गुहाटी (असम) – असम के जिलो मेंं भारी मात्रा में बांग्लादेशियों का विरोध किया जा रहा है । यहां की बराक खोरे में कचर, श्रीभूमि तथा हैलाकांडी जिलाें के होटल एवं भाेजनालय (रेस्टॉरंट) में बांग्लादेशी ग्राहकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है । ‘जब तक हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमण नहीं रुकेंगे, तब तक किसी भी बांग्लादेशी काे सहाय्य नहीं किया जाएगा’, व्यापारियों ने ऐसा कहा है । इससे पूर्व श्रीभूमि जिले के आयात-निर्यात असोसिएशन ने बांग्लादेशियाें के साथ के सभी व्यापारी संबंध स्थगित करने का निर्णय लिया था ।
१. ‘बराक वेली होटल तथा भाेजनालय (रेस्टॉरंट) असोसिएशन’ के अध्यक्ष बाबुल राय ने कहा कि बांग्लादेश के हिन्दू एवं अन्य अल्पसंख्यकों की स्थिति चिंताजनक है ,यह स्वीकार करना हमारे लिए असंभव है । यदि वहां की स्थिति में सुधार हुआ, तभी हम हमारे निर्णय पर पुनर्विचार कर सकते हैं ।
२. इससे पूर्व त्रिपुरा में ‘ऑल त्रिपुरा होटल तथा रेस्टॉरंट ओनर्स असोसिएशन’ ने बांग्लादेशी लोगों को भाेजनालय (रेस्टारंट) में भोजन देने हेतु मना किया था तथा बांग्लादेश के किसी भी रुग्ण पर उपचार नहीं करेंगे ,ऐसी घोषणा इससे पूर्व यहां के निजी चिकित्सालय ने की थी ।
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के निषेधार्थ इस प्रकार की कृति करनेवाले असम के होटल मालिकों का यह निर्णय अभिनंदनीय है । भारत में बांग्लादेशी हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमण के विरोध में न्यून मात्रा में हिन्दू कृतिशील हो रहे हैं । हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमण की स्थिति को देखते हुए हिन्दुओं की रक्षा हेतु अब तक देश के १०० करोड हिन्दुओं द्वारा संगठित रूप से भारत एवं बांग्लादेश सरकार पर दबाव निर्माण करना अपेक्षित था ! |