सदैव ही श्रद्धालु हिन्दुओं की आलोचना करनेवाले बुद्धिजीवी क्या इस पर कुछ बोलेंगे ?- संपादक
लुसाका (जांबिया) – यहां येशू मसी के पुनर्जिवित होने के प्रसंग का स्वयं पर प्रयोग करने के प्रयास में २२ वर्षीय पादरी जेम्स सकारा की मृत्यु हुई है । येशू मसी को सुली पर चढाए जाने के ३ दिन के उपरांत वे पुनः जीवित हुए थे, ऐसी मान्यता है । जांबिया के जियोन चर्च के पादरी सकारा ने भी येशू मसी की इस मान्यता के अनुरूप स्वयं को प्रमाणित करने का प्रयास किया । उन्होंने उनके अनुयायियों को वे भी ३ दिन उपरांत पुनः जीवित होंगे, इसके प्रति आश्वस्त किया । उसके उपरांत उन्होंने उनके अनुयायियों को भूमि में दफनाने के लिए कहा । पादरी द्वारा दिए गए आदेश का पालन करते हुए उनके ३ अनुयायियों ने उनके हाथ बांधकर उन्हें भूमि में दफना दिया । ३ दिन के उपरांत उनके सहायक और अनुयायी पादरी को बाहर निकालने हेतु आए । उन्होंने पादरी के निर्जीव शरीर को बाहर निकाला और कुछ आध्यात्मिक अनुष्ठान करने का प्रयास किया, तथापि अनेक प्रयास कर भी पादरी का शरीर अचेतन ही बना रहा, वे पुनः जीवित नहीं हो सकते । पादरी की मृत्यु के उपरांत इस काम के लिए उसकी सहायता करनेवाले ३ अनुयायियों में से एक अनुयायी ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया ।
Zambia: Pastor tries to imitate resurrection of Jesus Christ, convinces people to bury him alivehttps://t.co/xgbspGUGdu
— OpIndia.com (@OpIndia_com) August 27, 2021