उत्तर प्रदेश सरकार, मस्जिद समिति एवं काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को उत्तर देने के लिए न्यायालय द्वारा सूचना !
यह गर्व की बात है कि ५ हिन्दू महिलाओं ने ऐसी मांग करने का साहस दिखाया । भारत में जन्में हिन्दुओं को इससे सीख लेनी चाहिए ! – संपादक
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – वाराणसी की पांच महिलाओं ने दीवानी न्यायालय में याचिका प्रविष्ट कर काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में श्री श्रृंगार गौरी देवी, श्री गणेश और श्री हनुमान की मूर्तियों की स्थापना कर पूजा करने की अनुमति मांगी है । न्यायालय ने, उत्तर प्रदेश सरकार, ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन समिति और काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास से इस पर उनका उत्तर मांगा है । अगली सुनवाई १० सितंबर को होगी ।
Uttar Pradesh: 5 Hindu women seek right to worship Hindu Gods inside Gyanvapi mosque that used to be Kashi Vishwanath templehttps://t.co/SNMTy0ZsM9
— OpIndia.com (@OpIndia_com) August 19, 2021
१. महिलाओं द्वारा अधिवक्ता पू. हरिशंकर जैन एवं अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन के माध्यम से प्रविष्ट याचिका में आरोप लगाया गया है, कि आक्रांता औरंगजेब के कार्यकाल में काशी विश्वनाथ मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया और वहां एक मस्जिद का निर्माण किया गया । वास्तव में, यह एक प्राचीन हिन्दू मंदिर है, इसलिए, यहां के हिन्दू भक्तों को वहां के दृश्य और अदृश्य देवताओं की पूजा करने का अधिकार है ।
२. विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह ने कहा, कि सनातन धर्म पर लगे इस तरह के कलंक को दूर करने के लिए अभियान चलाया जाएगा, तदनुसार याचिका प्रविष्ट की जाएगी । आगरा में भी ताजमहल को मुक्त करने के लिए याचिका प्रविष्ट की जाएगी ।