मुसलमान युवकों को मुसलमान लडकियों के साथ ही विवाह करना चाहिए ! – ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड

मुसलमान युवक और युवतियों का गैरमुसलमानों के साथ विवाह करना इस्लाम को अस्वीकार !

  • विगत अनेक वर्षाें से देश में लव जिहाद की घटनाएं होते हुए भी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने यह पहले क्यों नहीं बताया ? केवल इस प्रकार बताने से धर्मांध अपने कृत्य रोकेंगे, इसकी संभावना न होने से बोर्ड को उनके धर्म के अंतर्गत अभियान चलाना चाहिए ! – संपादक

  • बोर्ड को अब इस प्रकार के विवाह पर प्रतिबंध लगाने का आदेश ही देना चाहिए ! – संपादक

  • मुसलमान युवक द्वारा हिन्दू युवक को प्रेमजाल में फंसाकर उससे विवाह करने पर उसे ‘प्रेम’ बोलनेवाले क्या अब बोर्ड के इस आवाहन पर कुछ बोलेंगे ? – संपादक
(प्रातिनिधिक छायाचित्र)

नई देहली – ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुसलमान युवकों को मुसलमान लडकियों के साथ ही विवाह करने का आवाहन किया है । इस संदर्भ में बोर्ड के सचिव मौलाना (मदरसों में इस्लाम की आधिकारिक शिक्षा लेनेवाले) खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने एक विज्ञप्ति प्रकाशित कर मुसलमान युवकों, उनके शिक्षकों एवं अभिभावकों से यह आवाहन किया है । देश में बढती लव जिहाद की घटनाओं के कारण बोर्ड द्वारा यह आवाहन किए जाने का बताया जा रहा है ।

बोर्ड ने अपनी विज्ञप्ति में कहा है कि मुसलमान युवकों एवं युवतियों को गैरमुसलमान के साथ विवाह करना अनुचित है । शरीयत के अनुसार ऐसे विवाहों के लिए इस्लाम मान्यता नहीं देता । यदि कोई मुसलमान गैरमुसलमान से विवाह कर गृहस्थि चलाता है, तो वह जीवनभर अनुचित कृत्य ही करता रहता है । आज के अभिभावक अपने बच्चों को इस्लाम की उचित शिक्षा नहीं देते, अतः मैं मुसलमान धर्मगुरुओं, शिक्षकों और अभिभावकों से यह आवाहन करता हूं कि आप अपने लडकों से अपने धर्म में ही विवाह करने से लिए कहें ।