देखिए Videos : चीन में गत १ सहस्र वर्षों में से सर्वाधिक वर्षा : लाखों लोग बेघर !

  • २५ लोगों की मृत्यु !

  • २ बांध नष्ट !

चीन, ब्रह्मपुत्र अथवा अन्य नदियों पर अवैध रूप से बडे-बडे बांधों का निर्माण कर उनका पानी रोकता है । इससे भारत सहित आस-पास के देशों को हानि पहुंचती है । ‘इस प्रकार अप्राकृतिक कृत्य कर अन्य देशों को कष्ट पहुंचाने वाले चीन को अब प्रकृति ही पाठ पढा रही है’, ऐसा किसी ने कहा, तो उसमें अनुचित क्या है !

बीजिंग – यहां के हेनान प्रांत में मौसम विभाग ने गत १ सहस्र वर्षों में से सर्वाधिक वर्षा की प्रविष्टि की है । विदेशी समाचार जालस्थल ‘टेलीग्राफ’ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस वर्षा से अभी तक २५ लोगों की मृत्यु हुई है तथा लाखों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है । चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि, ‘इस भीषण बाढ से राहत कार्य में बहुत बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं ।’

१. हेनान प्रांत की राजधानी चांगचोऊ शहर में वर्षा का वार्षिक औसत ६४०.८ मिलीमीटर होते हुए भी १७ जुलाई से २१ जुलाई, इन ५ दिनों में ही ६१७.१ मिलीमीटर वर्षा होने की प्रविष्टि हुई है ।

२. चीन में पिछले कुछ सप्ताह से मुसलाधार वर्षा हो रही है, जिससे अधिकांश नदियों का जल-स्तर संकटकारी स्तर तक पहुंच गया है । उत्तर चीन में स्थित न्यूतनम २ बांध टूट चुके हैं, तथा अन्य भी कुछ बांध नष्ट होने की स्थिति तक पहुंच गए हैं, ऐसा समाचार है । यह भय व्यक्त किया गया है कि, चांगचोऊ शहर से निकट स्थित ‘इहेतान’ नाम का बांध कभी भी टूट सकता है ।

३. चीन, पानी के संग्रह हेतु बांधों पर ही अधिकांश निर्भर है । देश में कुल ९८ सहस्र बांध हैं । इनमें से अधिकांश बांधों का निर्माण कुछ दशक पूर्व हुआ है तथा पानी रोकने की उनकी क्षमता संदेहजनक होने की बात कही जा रही है ।

४. पूरे विश्व के सामाजिक माध्यमों पर चांगचोऊ में आई बाढ के कारण मचे हाहाकार के चलचित्र एवं छायाचित्र ‘वाइरल’ (बडी मात्रा में प्रसारण होना) हुए हैं और उसके कारण विश्व समुदाय की ओर से दुख व्यक्त किया जा रहा है । इन चलचित्रों में लोगों के बह जाने के दृश्य दिखाई दे रहे हैं । सैकडों चारपहिया वाहनों की भी यही स्थिति देखने को मिल रही है । अनेक रेल गाडियों में छाती तक पानी घुस गया है और उनसे यात्रा करनेवाले यात्री वहां से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, यह बात भी इन चलचित्रों से सामने आई है ।