पैसे एवं राजनीतिक संबंधों के कारण बलात्कार का आरोपी पूर्व बिशप फ्रैंको मुलक्कल कार्यवाही से बच रहा था !

कर्नाटक उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश माइकिल फ्रान्सिस सालढाणा ने लगाया आरोप !

  • जहां एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश यह दावा कर रहे हैं, इसका अर्थ है कि उसमें तथ्य अवश्य है ! इससे देश में अपराधियों को कौन संरक्षण देते हैं, यह ध्यान में आता है !
  • हिन्दू संतों पर लगाए जानेवाले झूठे आरोपों को आधार बनाकर उन के विरुद्ध कार्यवाही होने के लिए जमीन-आसमान एक करने वाले धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी अब पादरियों ऐसे कृत्यों के संदर्भ में क्यों नहीं बोलते ?
पूर्व न्यायाधीश माइकिल फ्रान्सिस सालढाणा (बायीं ओर) पूर्व बिशप फ्रैंकों मुलक्कल (दायीं ओर)

बेंगलुरू (कर्नाटक) : कर्नाटक उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश माइकिल फ्रान्सिस सालढाणा ने यह दावा किया है, कि बलात्कार का आरोपी पूर्व बिशप फ्रैंकों मुलक्कल, पैसे और राजनीतिक संबंधों के कारण कार्यवाही से बच रहा था । उसके द्वारा किए गए बालात्कार का सूत्र सामने आने के उपरांत भी उसे गिरफ्तार नहीं किया गया । एक समाचार वाहिनी को दिए गए साक्षात्कार में वे ऐसा बोल रहे थे ।

सालढाणा ने कहा कि, “मुलक्कल का प्रकरण राष्ट्रीय सूत्र बन चुका है ।” एक सर्वेक्षण से यह बात सामने आई है, कि अकेले केरल में लगभग ६० सहस्र ननों ने यौन शोषण के विरुद्ध आवाज उठाई है । ननों के द्वारा आवाज उठाई जाने के उपरांत भी मुलक्कल पर कार्यवाही नहीं हुई । ननों की केवल यही मांग है, कि ऐसे अपराधियों के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही होकर उन्हें दंडित किया जाना चाहिए ।