ऑनलाईन विक्रय हेतु भगवान शिव तथा पार्वती की प्रणयलीला के छायाचित्र वाले भ्रमणभाष का आच्छादन रखकर फ्लिपकार्ट द्वारा हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं का घोर अनादर

हिन्दू जनजागृति समिति के आवाहन के पश्चात फ्लिपकार्ट ने संकेतस्थल से यह आच्छादन हटाया !

  • क्या हिन्दूद्वेषी ‘फ्लिपकार्ट’ ने अन्य धर्मियों के श्रद्धास्रोतों के संदर्भ में विक्रय हेतु ऐसे छायाचित्रवाले भ्रमणभाष के ‘आच्छादन’ रखने का साहस दर्शाया होता ? कोई भी हिन्दुओं के श्रद्धास्रोतों का अनादर करने का साहस न करे, ऐसी प्रतिष्ठा निर्माण करनी चाहिए !
  • हिन्दूबहुसंख्यक भारत में बार-बार हिन्दुओं के देवी-देवताओं का अपमान करनेवाले प्रतिष्ठानों पर सरकार प्रतिबंध क्याें नहीं लगाती ?

मुंबई, १६ जून (वार्ता.) – फ्लिपकार्ट ऑनलाईन विक्रय करनेवाले प्रतिष्ठान ने ऑनलाईन विक्रय हेतु उनके संकेतस्थल पर भगवान शिव तथा माता पार्वती की प्रणयलीला के छायाचित्र वाले भ्रमणभाष का आच्छादन रखा था । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा किए गए आवाहन के पश्चात फ्लिपकार्ट ने संकेतस्थल से यह आच्छादन हटाया है । (हिन्दू जनजागृति समिति की यह सफलता ही है ! – संपादक)

फ्लिपकार्ट द्वारा ‘सैमसंग’ प्रतिष्ठान के भ्रमणभाष का यह आच्छादन सुविधा के मूल्य में विक्रय हेतु उपलब्ध था । इस आच्छादन पर रखे गए छायाचित्र में मस्तक पर चंद्रमा, गले में नाग, हाथ में त्रिशूल, शरीर पर रुद्राक्षों की माला, ऐसे जटाधारी शिव को माता पार्वती के साथ प्रणयलीला करते हुए दर्शाया गया था । इस संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘ट्विटर’ पर जानकारी देकर इस छायाचित्र के कारण हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं तथा यह आच्छादन त्वरित हटाने का आवाहन किया गया । हिन्दू जनजागृति समिति के इस आवाहन को अनेक धर्माभिमानी हिन्दुओं ने समर्थन देकर फ्लिपकार्ट की हिन्दूद्रोही कृति का विरोध किया, तथा उन्होंने भी संकेतस्थल से यह आच्छादन हटाने की मांग की । अंत में फ्लिपकार्ट ने संकेतस्थल से यह आच्छादन हटाया । (देवी-देवताओं के अनादर के विरुद्ध आवाज उठानेवाले जागृत धर्माभिमानी हिन्दुओं का अभिनंदन ! अन्य हिन्दू भी इससे बोध लें ! – संपादक)

उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं  आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक